आखिरी मैसेज – पूर्णिमा सोनी : Moral Stories in Hindi
आलमारी में अपने कपड़े जमा कर पूनम पलटी ही थी कि फोन पर निगाह पड़ी, उठा कर देखा तो बहुत से मिस काल और मैसेज पड़े थे। क्या करें? जब से इस शहर में ट्रांसफर हो कर आई है, काम से फुर्सत ही नहीं मिल रही है। पतिदेव और बिटिया आते ही अपनी व्यस्तता में … Read more