“तिरस्कार कब तक”? – प्रीती श्रीवास्तवा : Moral Stories in Hindi

समीरा का जन्म एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था। वह अपने माता-पिता की पहली संतान थी, लेकिन बेटी होने के कारण उसका स्वागत खुशी से नहीं हुआ। जब वो पैदा हुई, दादी ने कहा, “लड़की हुई है? हाय राम! बेटा होता तो वंश चलता।” माँ की आँखों में भी एक अजीब सा खालीपन था, जैसे … Read more

अब तो पड़ जाएगी ना तुम्हारे कलेजे में ठंडक – प्रीती श्रीवास्तवा : Moral Stories in Hindi

,”अब तो पड़ जाएगी ना तुम्हारी कलेजे में ठंडक” रमा, सूरज की पत्नी, एक सीधी-सादी, घरेलू और पारंपरिक स्त्री थी। उसे रसोई, पूजा-पाठ, और घर की जिम्मेदारियों में ही सुकून मिलता था। वो सबका ख्याल रखती थी, पर बहुत चुपचाप और बिना दिखावे के। सीमा, चंदन की पत्नी, शहर से पढ़ी-लिखी, तेज़-तर्रार और आत्मविश्वासी लड़की … Read more

अब तो पड़ जाएगी ना तुम्हारी कलेजे में ठंडक” – प्रीती श्रीवास्तवा : Moral Stories in Hindi

रमा, सूरज की पत्नी, एक सीधी-सादी, घरेलू और पारंपरिक स्त्री थी। उसे रसोई, पूजा-पाठ, और घर की जिम्मेदारियों में ही सुकून मिलता था। वो सबका ख्याल रखती थी, पर बहुत चुपचाप और बिना दिखावे के। सीमा, चंदन की पत्नी, शहर से पढ़ी-लिखी, तेज़-तर्रार और आत्मविश्वासी लड़की थी। उसने एमए किया था, और कभी-कभी ट्यूशन भी … Read more

“नमक का हक अदा करना” – प्रीती श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

बहुत समय पहले की बात है। एक छोटा सा गांव था जिसमें एक बुज़ुर्ग दंपत्ति रहते थे – रामू काका और उनकी पत्नी। उनका कोई संतान नहीं था। वे बेहद साधारण जीवन जीते थे। गांव के लोग उनका बहुत सम्मान करते थे, क्योंकि वे सच्चे और ईमानदार इंसान थे। एक दिन गांव में एक युवक … Read more

इज़्ज़त इंसान की नहीं, पैसों की होती है” – प्रीती श्रीवास्तवा : Moral Stories in Hindi

हरिदेव प्रसाद एक छोटे से गाँव के निवासी थे। उम्र साठ पार हो चुकी थी, चेहरे पर झुर्रियाँ थीं लेकिन आँखों में एक चमक थी – अपने बच्चों को बड़ा आदमी बनाने की उम्मीद की चमक। उन्होंने ज़िंदगी भर स्कूल में चपरासी की नौकरी की, सुबह सबसे पहले स्कूल का गेट खोलते और बच्चों का … Read more

 “प्रायश्चित” – प्रीती श्रीवास्तवा : Moral Stories in Hindi

‘पलक ‘दरवाजे पर खड़ी होकर के अपने (पति) ‘रोमन’ से; चहकते हुए बड़े उत्साह के साथ, अपने बगल में एक बुजुर्ग महिला की तरफ इशारा करते हुए बोलती है ,’रोमन’ देखो कौन आया है ….,उन बुजुर्ग महिला को देखते ही रोमन भड़क उठता है। और बोलता है आप यहाँ !क्यों आईं हैं ,अभी तुरंत यहाँ … Read more

 फूटी किस्मत – प्रीती श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

गाँव के एक छोटे से घर में राधा अपने बेटे रवि के साथ रहती थी। पति का देहांत कई साल पहले हो चुका था, और अब रवि ही उसकी दुनिया था। राधा ने खेतों में काम करके, दूसरों के घरों में चौका-बर्तन करके उसे पढ़ाया-लिखाया। रवि होशियार था, पर किस्मत ने उसका साथ नहीं दिया। … Read more

 मेरी दोनों बहु आपस में बहन जैसे रहती हैं : Moral Stories in Hindi

बनारस शहर’ की एक छोटी सी गली में ‘घनश्याम श्रीवास्तव’ जी का एक परिवार रहता था| उनकी (पत्नी) शकुंतला जी बनारस के इंटर कॉलेज में टीचर का काम करती थी|उनके दो बेटे रवि और राजू थे | रवि (बड़ा बेटा) और राजू (छोटा बेटा) था, दोनों की शादी हो चुकी थी ,रवि के पत्नी का … Read more

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