गांधारी की पट्टी – पूनम मनु : Moral Stories in Hindi

प्रमिला की सुपुत्री के विवाह का अवसर था। पटड़े पर खड़े होकर जैसे ही प्रमेन्द्र ने लक़दक़ कढ़ाई वाली सुंदर साड़ी, प्रमिला के सिर-कंधे पर औढ़ाई, खुशी का माहौल रंजीदा हो उठा।     तभी-      “भाई, तने मझे कित्ता समझाया पर…” एक भारी आवाज़ ने सभी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया। वहां से कुछ दूर अपेक्षाकृत … Read more

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