“दिखावे की जिंदगी” – पूजा शर्मा : Moral Stories in Hindi

रंजन के गेट खोलते ही पोस्टमैन हाथ में एक अंतर्देशीय लिफाफा देकर चला गया रंजन ऐसी चिट्ठी देखकर आश्चर्य चकित रह गया यह किसकी चिट्ठी हो सकती है। आज के जमाने में भी कौन चिट्टियां भेजता है? पीछे पीछे उसकी पत्नी वैशाली आई थी तो वो भी हंसते हुए कहने लगी। अपने कमरे में चिट्ठी … Read more

‘”नफरत की दीवार” – पूजा शर्मा : Moral Stories in Hindi

कुछ ज्यादा ही चिपकू टाइप नहीं है यह अजय हर समय रिश्तेदारी निकालने को तैयार रहता है जाने क्यों इतना बोलता है किराए पर कमरा दे दिया तो जाने क्या समझ लिया? तुम भी ना इसे ज्यादा सिर मत चढ़ाओ। इतना भी क्या गले पडना के सामने वाले को अनकंफरटेबल लगने लगे? मैंने तो किराए … Read more

“आंसू बन गए मोती ” – पूजा शर्मा : Moral Stories in Hindi

कहां-कहां नहीं ढूंढा पापा मैंने आपको? पिछले महीने से पागलों की तरह इधर से उधर ढूंढ रहा हूं आपको, उसने हाथ पकड़ कर अपने पापा को कुर्सी पर बैठाया और उनकी गोद में सर रखकर रोने लगा। जानकी दास जी उसके सर पर हाथ फेरते रहे। वे जानते थे जब तक उनका बेटा जी भर … Read more

उपहार की कीमत नहीं देने वाले का दिल देखा जाता है – पूजा शर्मा : Moral Stories in Hindi

सुनो जी हमने अपने हिसाब से सलोनी का भात देने की सारी तैयारी तो कर ली लेकिन दीदी को और उनके ससुराल वालों को सब समझ में आएगा या नहीं। पता नहीं। डर सा लग रहा है कहीं हमारी वजह से उनके ससुराल में उन्हें नीचा ना देखना पड़ जाए। दीदी तो जानती है हमारी … Read more

‘ स्नेह का बंधन’ – पूजा शर्मा : Moral Stories in Hindi

कुछ …मेरे ही…करम रहे होंगे ….जाने किस ..करम की सजा दे ….रहा है भगवान मुझे, अपने आप…..तो चले गए ……ठाकुर साहब मुझे जाने……क्यों नहीं बुलाते …अपने पास? सांसों की तार कोई धागा …तो नहीं… जो मैं खींच कर तोड़ दूं। कहते कहते आंखों से अविरल अश्रु धारा चल पड़ी उनकी आंखों से। बड़ी मुश्किल से … Read more

” ननद” – पूजा शर्मा : Moral Stories in Hindi

मां इतना बड़ा घर कहां है हमारा इस छोटे से फ्लैट में आप बुआ को भी अपने साथ रखने के लिए कह रही हो , आप खुद बताओ कहां रहेगी बुआ? एक कमरा हमारा एक दोनों बच्चों का और एक छोटा सा कमरा आपका, बताओ क्या 1 सदस्य के बढ़ जाने से परेशानी नहीं हो … Read more

आपको तो अपनी बहू की अच्छाई के आगे कुछ दिखाती ही नहीं पड़ता है। -पूजा शर्मा : Moral Stories in Hindi

आपको तो अपनी बहू की अच्छाई के आगे कुछ दिखता ही नहीं है मां, आप क्यों नहीं समझ रही हो क्या जरूरत है मकान भैया के नाम करने की , एकमात्र यही पूंजी है आपके पास पापा की दी हुई आपके बाद सब कुछ वैसे भी भैया भाभी का ही है मगर अपने जीते जी … Read more

” एक फैसला आत्म सम्मान का” – पूजा शर्मा : Moral Stories in Hindi

जैसे ही कॉलेज से नताशा घर आई तो उसकी बड़ी बहन गरिमा और उसके पति दोनों बच्चों के साथ आए हुए थे। उसे देखते ही खुश होते हुए बोले तुम्हारे घर के पास ही अपने किसी परिचित के यहां उनके बेटे के नामकरण संस्कार मेंआए थे तो सोचा तुमसे भी मिलते चलें। हमें नहीं पता … Read more

माँ मेरी पत्नी की जगह अगर आपकी बेटी होती – पूजा शर्मा : Moral Stories in Hindi

सुबह के 8:00 बजे थे।अभी-अभी बहू सोनाली के पिता की तेरहवीं रस्म में से लखनऊ से मेरठ तक का लंबा सफर करके आए जानकी जी के बेटा बहु बैठे ही थे, उनकी बहू सोनाली अपनी सास के गले लगकर हिचकियों से रोने लगी। जानकी जी उसे सांतावना देती हुई कहने लगी, अरे जाने वाले को … Read more

“बड़ी बहू” – पूजा शर्मा : Moral Stories in Hindi

नहीं बडी बहू एक कदम भी आगे मत बढ़ाना। तुम्हें मेरी कसम, लेकिन अम्मा एक झलक लल्ला की देख आती, चलो ना हम दोनों चलते हैं। उस छोटे से बच्चे की क्या गलती? आपने कितने मन्नत के धागे बांधे हैं छोटी की गोद भर जाए। पूरे 6 बरस बाद सुनी है भगवान ने आपकी। देवर … Read more

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