गठबंधन – निशा जैन : Moral Stories in Hindi

“सुधा आज तो बहुत दिनो बाद मिलना हुआ…. कहां थे इतने दिन?  जब से वो मोहल्ला छोड़ा है आप तो ईद के चांद ही हो गए” सुधा की पुरानी पड़ोसन मीना ने बोला जो उसके अग्रवाल समाज की अध्यक्ष भी है और आज शिवरात्रि के दिन मंदिर में अचानक टकरा गई “अरे मीना जी …. … Read more

अनोखा प्रायश्चित – निशा जैन : Moral Stories in Hindi

 चार धाम की यात्रा पर जाने की तैयारियों में व्यस्त कामिनी जी के पैर अचानक ठिठक गए जब कमरे से आती आवाजें उनके कानों तक पहुंची “बस भैया कल घर के कागज़ों पर मां के साइन लेने हैं फिर आप अमेरिका और मैं कनाडा” छोटे बेटे ने कहा “और मांजी का क्या?” दोनो बहुएं एक … Read more

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