अब तो पड़ जायेगी ‌न तुम्हारे कलेजे में ठंडक – निमीषा गोस्वामी : Moral Stories in Hindi

अरे सुनते हो तुम्हारी बहन अभी तक घर नहीं आई कुछ ध्यान है आपको या नहीं ।सुमन हाथ हिलाते हुए अपने पति धीरज से बोल रही थी।धीरज ने भी उसी के अंदाज में जवाब देते हुए कहा हां हां ध्यान है मुझे आ जाएगी प्राइवेट कंपनियां हैं ये खून चूसती है तब जाकर एक लाख … Read more

 तकदीर फूटना – निमीषा गोस्वामी : Moral Stories in Hindi

आज तो भंडारे का भोजन मिलेगा जल्दी-जल्दी सब काम खत्म करके मालिक से छुट्टी ले लेता हूं। फिर मंदिर जाकर भंडारा खा लूंगा कम से कम एक रात का खाना तो बचेगा।भानू यह सब सोचते हुए माल का ट्रक खाली कर रहा था। बड़े-बड़े बाक्स को उठाकर गोदाम में रख रहा था बस ये आखिरी … Read more

 सम्मान की सूखी रोटी – निमीषा गोस्वामी : Moral Stories in Hindi

सन्तू काय रे तै अबे तक काय नहीं जागो काय तैको काम धाम है कछु के नई। जा लड़का को रोज रोज समझा  के हम तो परेशान हैं गए लेकिन जाके दिमाग में तनिक बात न घुसत जब तक अम्मा जिंदा है कर ले मौज ताके बाद का करेगो । सन्तू की अम्मा का रोज … Read more

 आपको बहु नहीं चलता फिरता रोबोट चाहिए : निमीषा गोस्वामी : Moral Stories in Hindi

आपको बहू नहीं चलता फिरता रोबोट चाहिए जो सारा दिन आप लोगों की सेवा करता रहे और आप लोग आर्डर देते रहे।अब मुझसे ना हो पाएगा। मैं भी इंसान हूं मुझे भी तकलीफ़ होती है, दर्द होता है। क्या मैं थकती नहीं हूं।एक सांस में इतना बोलते हुए निम्मी फफक-फफकर रोने लगी। इतना शोर सुनकर … Read more

पट्टी पढ़ाना – निमीषा गोस्वामी : Moral Stories in Hindi

रानी की अम्मा क्या करती हो? कुछ नहीं बरतन धुल रही हूं आओ चाची बैठो बस थोड़े ही बर्तन है अभी धुलकर फुर्सत में बातें करते हैं। रज्जो ने अपनी पडौसिन राधा चाची की तरफ छोटी सी चटाई खिसकाते हुए कहा। अरे आज तुम्हारी बहू कही गई है क्या? राधा चाची ने सवाल करते हुए … Read more

कच्चा चिट्ठा खोलना – निमिषा गोस्वामी : Moral Stories in Hindi

अरे रे रे रे ये क्या कर रही है मेरी राजकुमारी सरोज ने अपने बेटे को देखकर बहू रेनू के सिर पर बड़े प्यार से हाथ रखकर कहा तुझे इतना काम करने की जरूरत नहीं है अभी तो तेरे हाथों की मेंहदी भी नहीं छूटी अभी तो मेरी बहुरानी के आराम करने के दिन है।रेनू … Read more

स्नेह का बंधन – निमिषा गोस्वामी  : Moral Stories in Hindi

आखिर वो दिन आ ही गया जिसका सभी को वर्षों से इंतजार था।हां आज सरिता और मधुर की बेटी की शादी है। सरिता ने मधुर की तरफ देखा मधुर की आंखें भरी हुई थी। सरिता ने अपने पति के कंधे पर हाथ रखते हुए कहा सुनो जी मधुर ने अपने हाथों से आंसुओं को पोंछते … Read more

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