परिवार – एम पी सिंह : Moral Stories in Hindi

एक सूंदर सा कपल, साथ मे 6-7 साल का बच्चा ओर 75-80 साल का बजुर्ग, होटल में खाना खाने के लिये गए। कपल को देखते ही वेटर लगभग भागता हुआ आया और गुड़ मोर्निंग बोलता हुआ, बजुर्ग का हाथ पकड़ कर साइड टेबल पर ले गया, कुर्सी खीचकर, बजुर्ग को बैठाकर चला गया। थोडी देर … Read more

 फौजी – एम पी सिंह : Moral Stories in Hindi

मॉ, मैं जब भी घर आता हूँ, तुम मेरी शादी की ही बात करती हो, अब मैं छुट्टी लेकर घर नहीं आऊँगा, ये कहना था हवलदार करतार सिंह का। बेटा, हर मॉ की चाहत होती हैं, बहू पोते का मुंह देखे, तेरे साथ के सभी लड़के 2-3 बच्चों के बाप बन गए हैं, क्या तू … Read more

व्यंग – एम पी सिंह : Moral Stories in Hindi

मुझे एक बार झारखंड के चाईबासा शहर के पास एक छोटे से कस्बे में एक माइनिंग दफ्तर में जाने का अवसर मिला। ट्रेन से उतरने के बाद दफ्तर जाने के 2 ही साधन थे, निजी वाहन या साइकिल रिक्शा। मैं बिना बताए ही आया था अतः मैंने साइकिल रिक्शा से ही जाना उचित समझा। मैंने … Read more

रिश्ता – एम पी सिंह : Moral Stories in Hindi

डोर बेल सुनकर मैंने दरवाजा खोला, तो देखा कि सामने मेरा दोस्त अनुज खड़ा हुआ फोन पर किसी से बात कर रहा था, ओर हँसते हँसते ओके ओके, ठीक है, ठीक है,  बोल रहा था। उसका हँसना मुझे बड़ा अजीब लगा, क्योकि अक्सर गंभीर रहने वाला इंसान आज हँस रहा था। फोन बंद होने पर … Read more

गौद – एम पी सिंह : Moral Stories in Hindi

भोपाल की एक पॉश कालोनी में अवतार सिंह जी के घर आज फिर खुशी का माहौल था, मौका था अवतार सिंह जी के बेटे बहु  गोवेर्धन ओर गौरी के बेटे का पहला जन्म दिन। पाठ पूजा के लिये सभी मेहमानों का आना जाना लगा हुआ था। दादी तो फूली नही समा रही थीं। वक़्त तेजी … Read more

बेटी – एम पी सिंह : Moral Stories in Hindi

रामलाल जी की 2 बेटियां थी, बड़ी रंजना ओर छोटी रोहिणी। रंजना स्कूल मे टीचर थीं और रोहिणी कॉलिज के फाइनल ईयर मैं थी। बिन मॉ की बेटियों सूंदर, समझदार ओर गृह कार्य मे दक्ष थीं।। रामलाल जी एक सेठ के पास मुंशी का काम करते थे। मामूली तनख्वाह ओर 2 जवान बेटियां की शादी … Read more

मेरा बेटा – एम पी सिंह : Moral Stories in Hindi

कमला देवी के2 बेटे थे, बड़ा बेटा अनिल, प्राइवेट कंपनी में टेक्नीशियन था और छोटा बेटा सुनील, बड़ी कंपनी में इंजीनियर था। अनिल का एक बेटा था  अमन, जो कमला देवी का लाडला था। सुनील के घर जब बेटी पैदा हुई तो सुनील ओर कमला देवी दोनो नाखुश थे। लड़की पैदा होने के बाद, अनिल … Read more

जुआ – एम पी सिंह : Moral Stories in Hindi

अगर आपसे पूछा जाये कि क्या आप जुआ खेलते हैं? तो यकीनन आपका जवाब होगा नही। क्योंकि जुआ के नाम से आपके ज़हन में केवल कैसिनो, प्लेइंग कार्ड्स, हॉर्स रेस, बेटिंग, सट्टा, मैच फिक्सिंग, लॉटरी टिकट आदि ही आयेंगे, पर हकीकत कुछ और भी है। बिना जुआ खेले जिंदगी आगे नहीं बढ़ती। शादी के लिये … Read more

बड़ी बहू – एम पी सिंह : Moral Stories in Hindi

राधिका की शादी की बात रोहित से चल रही थी। रोहित पढ़ा लिखा स्मार्ट लड़का था, घर परिवार भी अच्छा था, पर राधिका को एक ही बात परेशान कर रही थी कि रोहित दो भाइयों में छोटा है और राधिका भी घर में छोटी है। घर में भाभी की इम्पोर्टेंस थी, अब ससुराल में जेठानी … Read more

संस्कार – एम.पी.सिंह : Moral Stories in Hindi

अनिल ओर सुनील, दोनो बचपन के दोस्त थे। इंजिनीरिंग करने के बाद अनिल अपने पिता के कारोबार में लग गया और सुनील मल्टी नेशनल कंपनी में नोकरी करने लगा। अनिल की शादी आशा से हुई और सुनील भी शादी में आया ओर उसे आशा की बहन सुमन पसंद आ गई। कुछ दिन बाद सुनील ने … Read more

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