गंवार  – मनीषा गुप्ता: Moral Stories in Hindi

शालिनी गांव की कम पढ़ी-लिखी परंतु सुंदर सुशील लड़की थी, रामदास जी को शालिनी में पता नहींऐसा क्या पसंद आया कि उन्होंने अपने बेटे शेखर के लिए शालिनी को पसंद कर लिया। परिवार के अन्य सदस्य सास, देवर और ननद को वह अधिक पसंद नहीं थी। पति शेखर को उसका सीधापन और सादगी पसंद आ … Read more

भाई यह मकान नहीं हमारा ‘घर’ हैं – मनीषा गुप्ता  : hindi stories with moral

hindi stories with moral : रिया बहुत खुश थी दीपावली का त्योहार बहुत ही खुशी-खुशी निकल गया था आज भैया दोज थी। रिया खुश थी कि वह अपने भाई को टीका लगाने गांव जाएगी। माता-पिता के जाने के बाद गांव जाना कम ही होता था । लेकिन जब भी जाती वह अपनी बचपन की यादों … Read more

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