मन की गांठ : माधुरी गुप्ता : Moral Stories in Hindi

विवेक जी की बी एम डब्लू ६० किलोमीटर की स्पीड से दिल्ली की तरफ भागी चली जारही थी।गाड़ी उनका बेटा नितिन चला रहा था। गाड़ी ड्राइव करने के साथ ही वह कोई फिल्मी रोमांटिक गाना भी गुनगुना रहा था,क्योंकि उसका मन बहुत खुश था।वह अपने मम्मी पापा के साथ जयपुर अपनी होने बाली लाइफ पार्टनर … Read more

समझौता अब और नहीं – माधुरी गुप्ता : Moral Stories in Hindi

मालिनी चाय का कप लेकर अपने घर की बालकनी में आ बैठी,चाय सिप करते करते देखा कि हर कोई बस भागा चला जा रहा है,जैसे कोई ट्रेन पकड़नी हो,फिर खुद ही मुस्करा दी। पिछले पन्द्रह दिनों से वह भी तो भाग हीरही थी।पिछले कुछ दिनों से लाइफ में इतनी भगदड़ की मची रही कि सुकून … Read more

बिजातीय बड़ी बहू – माधुरी गुप्ता : Moral Stories in Hindi

काबेरी जी ने झिझकते हुए अपने बड़े बेटे अजय का नम्बर डायल किया,फोन उनकी बड़ी बहू निकिता ने उठाया, सासूमां की आवाज सुनते ही उसने उनको सादर चरणस्पर्श कहा ,फिर उनकी व ससुरजी की सेहत केबारे में पूछा। हां निकिता ने कहा,जी मांजी बताइए आपने क्यों याद किया आज हम लोगों को वहां सब ठीक … Read more

अनकहा दर्द – माधुरी गुप्ता : Moral Stories in Hindi

कहने को तो सबिता शादी के मंडप में बैंठी थी, दुल्हन बन कर, पंडित जी शादी के मन्त्रों का उच्चारण कर रहे थे, लेकिन शादी कीखुशी के बजाय उसका दिल किसी समुद्र में उठती लहरों की तरह बेतहाशा धडक रहा था,जबरनअपने आंसुओं को रोकने की बेकार सी कोशिश कर रही थी।उसके अरमान इस तरह कुचल … Read more

ढलती सांझ – माधुरी गुप्ता : Moral Stories in Hindi

निरंजन जी आज काफी दिनों के बाद हल्का महसूस कर रहे थे, क्योंकि तकरीबन एक साल के बाद आज उन्होंने बैडमिंटनखेला था,वह भी अपने बेटे जैसे किराए दार अनूप के साथ। बर्ना तो पत्नी सुहासिनी के जाने के बाद तो उनकी जिंदगी एकदम बीरान सी हो गई थी।बस हरदम अकेले घर में अपने कमरे में … Read more

घर की इज्ज़त – माधुरी गुप्ता : Moral Stories in Hindi

रात के बारह बजे जैसे ही सुमन ने अपने हॉस्टल रूम में प्रवेश किया,उसकी रूम मेट सुहानी ने कहा, आ गई उस सिर फिरे लडके के साथ मूवी देख कर,अभी भी कहती हूं संभल जा,नही तो बुरा अंजाम होगा उसकी संगति का। वह लड़का एकदम ठीक नहीं है। तुम रजत के बारे में क्या ऊट-पटांग … Read more

भाभी – माधुरी गुप्ता : Moral Stories in Hindi

मिताली ने जल्दी जल्दी हाथ चलाकर अपनी ननद बिनीता कीडिजाइनर dress पूरी की फिर अपनी सासूमां को फोन मिलाया, मम्मी जी मैं कल सुबह ही जल्दी आजाऊंगी,क्योंकि बिन्नी दीदी की ड्रेस पूरी करते-करते समय का पता ही नहीं चला।आप काम की चिंता जरा भी मत करना मैं आकर सब कुछ कर दूंगी। कल मिताली की … Read more

आखिरी फैसला – माधुरी गुप्ता : Moral Stories in Hindi

जैसे जैसे मानसीके बेटे राघव की शादी कादिन नजदीक आ रहा था,उसकी आंखों से नींद गायब होती जारही थी।एक तो अकेली जान तिस पर हर तीसरे दिन गांव से सासू मां का फरमान,उपर से शादी के ढेर सारे काम। हर तीसरे दिन गांव से उसकी सास हीरा देबीका फोन आजाता कि जहां तक हो सके, … Read more

किस्मत वाली – माधुरी गुप्ता : Moral Stories in Hindi

पूरे चार साल तक कैंसर जैसी गहन बीमारी से जूझते रहने के बाद आखिर अस्पताल के बैड पर ही सरिता जी ने आखिरी सांस ली,उस समय उनके पास उनकी सहेली जैसी बहू अमिता के अलावा कोई नही था। जबकि डॉक्टर ने दो घंटे पहले ही यह कह दिया था था कि इनके पति व बेटे … Read more

खुशियों के दीप – माधुरी गुप्ता : Moral Stories in Hindi

सेठ मंगलदास की हबेली आज पूरी कॉलौनी में एकदम अलग से चमक रही थी ,दूर दूर से लोग इस अदभुत रौनक कोदेखने आरहे थे। सेठजी भी आज सही मायने में बहुत खुश नजर आ रहे थे।यह करिश्मा किया था उनकी सबसे छोटी बहू सलोनी ने।हबेली में दीपावली पर लाइटों की झालर न लगा कर पूरे … Read more

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