अहंकार रिश्तो का दुश्मन है – लतिका पल्लवी
भैया का फोन था,पर मैंने साफ साफ कह दिया कि आने का कोई सवाल ही नहीं है. बार बार पूछने पर अनिरुद्ध जी नें अपनी पत्नी कांति जी को बताया।आज इतने दिनों बाद किसलिए बुला रहे है? कांति जी नें जानना चाहा।छोड़ो हमें क्या करना है? जब जाना ही नहीं है तो आगे इस बात … Read more