विश्वासघात – खुशी :  Moral Stories in Hindi

नंदन एक कॉलेज में पढ़ने वाला नवयुवक था जो बहुत मिलनसार और भविष्य में ऊंचाई छूने का जिसका सपना था वो अपने साथ पढ़ने वाली रीना से बहुत प्रेम करता था और हमेशा उससे कहता मैं अपने जीवन में इतनी तरक्की करूंगा कि तुम्हे हर सुख दे सकूं बस तुम मेरा इंतजार करना। नंदन ने … Read more

उल्टी पट्टी पढ़ाना – खुशी : Moral Stories in Hindi

रमा जी की बहु आज पांचवीं बार डिलीवरी के लिए दाखिल हो रही थी।बहु श्यामा डरी सहमी सी थी कमजोरी से चेहरा पीला पड़ रहा था और उनके पति विद्याधर भी पीछे पीछे हस्पताल में दाखिल हुए। रमा जी डाक्टर से बोली इस बार लड़का ले कर जाऊंगी वरना इसे और उस कुलक्षिणी को यही … Read more

अपनो की पहचान – खुशी : Moral Stories in Hindi

आदित्य एक बिज़नेस मेंन था। उसके माता-पिता का देहांत  17 18 वर्ष की उम्र में होने के कारण रिश्ते के नाम पर दूर के चाचा चाची थे जो माता पिता के अंतिम संस्कार के बाद यही रुक गए और चाची कमला अपने आपको इस घर की मालकिन ही समझने लगी। आदित्य भी सोचता की चलो … Read more

काठ की हांडी बार बार नहीं चढ़ती – खुशी : Moral Stories in Hindi

रमा ब्याह कर एक भरे पूरे घर में आई जहां सास ससुर, ताऊ और ताई सास गायत्री देवी ननद देवर सब मिले। ताई को बहुत घमंड था कि उनके परिवार में सिर्फ लड़के है।उनके 3 लड़के और सासूजी के 2 पर सासू मां को एक बेटी गीता होने पर ताने सुनाती तूने खानदान की परंपरा … Read more

तिरस्कार – खुशी : Moral Stories in Hindi

अदिती एक सर्वगुण सम्पन्न लड़की थी परंतु उसमें एक ही ऐब था वो एक पैर से हल्का सा लंगड़ा कर चलती थी।उसके परिवार में माता कमला पिता शरद दो भाई रतन और मदन  उनकी पत्नियां मीता और शीला थी।अदिति घर के सारे काम करवाती फिर भी भाभिया खुश ना होती। उसकी उम्र 25 साल हो … Read more

खुशकिस्मती – खुशी : Moral Stories in Hindi

माधव,आरव विवेक और जयश्री चारों भाई बहन थे।माता पिता का कम आयु में देहांत होने के कारण माधव ने पिता की तरह अपने भाई बहनों को प।ल।। ।माधव के पिता के मित्र ईश्वरचंद ने इस बुरे समय में माधव का बहुत साथ दिया ।माधव के पिता की बहुत जमीन थी जिसपर वो खेती करते थे।माधव … Read more

नमक का हक अदा करना – खुशी : Moral Stories in Hindi

गोपाल दास एक फैक्ट्री में मुनीम थे।उनकी पत्नी सविता और मां शांति तीन जन घर में थे।शादी को 5 साल हो गए थे परंतु अब तक उनकी कोई संतान नहीं थी। इस कारण मां और पत्नी बहुत दुखी थे। गोपाल कहते भी जब ईश्वर की इच्छा होगी तब हो जाएगी।गोपाल दास की फैक्ट्री के रस्ते … Read more

शुभ विवाह – खुशी : Moral Stories in Hindi

संध्या एक सांवली सलोनी तीन भाइयों  कैलाश,विशाल और नरेश और माता  कमला पिता  द्वारका प्रसाद की लाडली बेटी थी। ग्रेजुएट हुई तो माता पिता चाहते थे कि अब उसका विवाह हो जाए ताकि वो अपनी जिम्मेदारी से मुक्त हो जाए और भाभियों के आने से पहले संध्या अपने घर की हों जाए।लड़के देखने का सिलसिला … Read more

 इज्ज़त – खुशी : Moral Stories in Hindi

रीना और राजीव रामदयाल जी की संतान थे।उनकी पत्नी शीला का निधन हो गया तो उन्होंने अपने दोनों बच्चों को फूल की तरह पाला। रामदयाल जी की कपड़ों की बहुत बड़ी फैक्ट्री थी।राजीव ने बीकॉम किया और पिता का कारोबार संभाल लिया।रीना का भी बीए पूरा होते ही उसके लिए लड़का देखा जाने लगा।रीना के … Read more

 प्रायश्चित – खुशी : Moral Stories in Hindi

मधु एक सुघड़ लड़की थी।तीन बहनों में सबसे बड़ी । बीए किया कढ़ाई और इंटीरियर डिजाइन का कोर्स किया।पिताजी श्यामलाल कॉलेज में प्राध्यापक थे और मां शर्मिला टेलीफ़ोन विभाग में थी।मधु से छोटी अन्नू और सबसे छोटी काजल थी वो दोनों अभी स्कूलों में पढ़ रही थी।गंजबासौदा  जैसे छोटे से शहर में परिवार  हंसी खुशी … Read more

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