बददुआ – खुशी

दुआ और बददुआ ऐसे शब्द है जिनमें सिर्फ एक ही अक्षर का फरक है।दुआ किसी को लग जाए तो आदमी के बारे न्यारे करती हैं और बददुआ जिसे लग जाए उसका सब कुछ छीन लेती हैं। दया और माया दो बहने थी। अपने माता पिता रजत और कमला की दो संतान दया और माया।दया बचपन … Read more

रिश्ते – खुशी

हर रिश्ते की अपनी गरिमा है और ये एक दूसरे के साथ विश्वास पर ही टिकते है और यदि थोड़ा झुक जाए तो शायद ये टूटते टूटते भी बच जाते है। ये कहानी है अनुराग और आशा की अनुराग एक मध्यमवर्गीय लड़का जिसके परिवार में माता पिता आनंद और शकुन्तला,बड़ा भाई गौरव उसकी पत्नी पूजा … Read more

आपे से बाहर होना – खुशी :

Moral Stories in Hindi अर्जुन एक बहुत इंटेलीजेंट लड़का था।उसे हर चीज का अच्छा ज्ञान था।बस उसमें एक ही कमी थी कि वो गुस्सा बहुत करता था और गुस्से में वो बेकाबू हो जाता।उसे घर में सभी यही समझाते बेटा अपने इस अवगुण को त्याग दे तो तू हीरा है हीरा।अर्जुन बीटेक कर नौकरी की … Read more

रिटायरमेंट – खुशी

आरुषि तीन भाई बहनों मैं सबसे छोटी थी। बड़ी दीदी रेखा जो ips की तैयारी कर रही थी।उससे छोटा विवेक जो बैंक की नौकरी की तैयारी कर रहा था।पिताजी रामनाथ बिजली विभाग में बाबू थे और घर की एक मात्र करता धरता सुहासिनी जिसका दिन 4 बजे शुरू होता और रात ग्यारह बजे वो सोती।हर … Read more

कर्मों का चक्र – खुशी

गोपाल अपने माता पिता का एक बेटा था।परिवार में उसकी दो बहने रति और मणि थे।पिता श्यामलाल सीधे साधे व्यक्ति जितना उन्हें कहां जाता वो उतना ही काम करते ।उनकी बीमारी की वजह से उन्होंने जल्दी ही काम छोड़ दिया था। उस समय गोपाल पढ़ रहा था।गोपाल का शिक्षण उसके मामा के यहां हुआ था … Read more

कुछ तो लोग कहेंगे – खुशी

नताशा और समीर पति पत्नी थें।परिवार में मां पिताजी और ननद शिखा थे। समीर अपनी बहन शिखा को बहुत प्यार करते थे और वो चाहते थे कि क्यों अपने जीवन में ऊंचाइयां प्राप्त करें। शिखा का शहर के बहुत बड़े मैनेजमेंट कॉलेज में एडमिशन करवाया ताकि वह मैनेजमेंट का कोर्स  करके किसी अच्छी जोब पर … Read more

आंखों में धूल झोंकना – खुशी : Moral Stories in Hindi

ये कहानी नहीं एक सच्ची घटना है जो मैं आप लोगों के साथ साझा कर रही हूं।कहानी के माध्यम से अनिल जी का अपना व्यापार था वो तेल ,गुलाब जल और पेट्रोलियम जेली बनाते थे।उनका कारोबार बहुत अच्छा चल रहा था।दिल्ली के ख।री बावली वो जाते थे अपना सामान खरीदने वही पास की मार्केट में … Read more

ये गवार मेरी मां हैं। – खुशी : Moral Stories in Hindi

रेवती एक छोटे से गांव में रहने वाली लड़की थी।6 भाई बहनों में 5 वे नंबर पर।2 भाई और 4 बहने ।रेवती को बचपन से ही पढ़ाई का शौक था। विज्ञान में खास रुचि थी।पिता थरूर और माता लक्ष्मी।थरूर की बहुत खेती थी और लकड़ी का कारखाना था। जिससे घर में पैसे की कोई कमी … Read more

विश्वासघात – खुशी :  Moral Stories in Hindi

नंदन एक कॉलेज में पढ़ने वाला नवयुवक था जो बहुत मिलनसार और भविष्य में ऊंचाई छूने का जिसका सपना था वो अपने साथ पढ़ने वाली रीना से बहुत प्रेम करता था और हमेशा उससे कहता मैं अपने जीवन में इतनी तरक्की करूंगा कि तुम्हे हर सुख दे सकूं बस तुम मेरा इंतजार करना। नंदन ने … Read more

उल्टी पट्टी पढ़ाना – खुशी : Moral Stories in Hindi

रमा जी की बहु आज पांचवीं बार डिलीवरी के लिए दाखिल हो रही थी।बहु श्यामा डरी सहमी सी थी कमजोरी से चेहरा पीला पड़ रहा था और उनके पति विद्याधर भी पीछे पीछे हस्पताल में दाखिल हुए। रमा जी डाक्टर से बोली इस बार लड़का ले कर जाऊंगी वरना इसे और उस कुलक्षिणी को यही … Read more

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