हर बीमारी दवा से ठीक नहीं होती- कान्ता नागी । Moral stories in hindi

भगवान दास जी रेलवे कर्मचारी थे,वास्तव मे वे स्टेशन मास्टर थे।उनकी पत्नी राधिका जी कुशल गृहिणी थी।भरत और भारत दो पुत्र जो पढ़ाई खत्म कर नौकरी कर रहे थे।उनकी पुत्री का नाम मीरा था जिसने एम ए पास किया था।आजकल भगवान दास जी छुट्टी मे आए हुए थे। उन्होंने अपने सहयोगी के पुत्र मनीष के … Read more

दिन में तारे दिखाई देना – कान्ता नागी : Moral Stories in Hindi

अम्मा जी ने बड़ी मुश्किल से अपने पोते गोपी को पढ़ा रही थी।गोपी उनके खानदान की आखरी निशानी थी। एक एक करके अम्मा जी के पति राधे जी पहले बीमारी के कारण चल  बसे।बेटा बहू रेल दुर्घटना मे मारे गये। अब केवल पोता गोपी ही बचा था। अम्मा जी मेहनत मजदूरी करके उसे सरकारी विद्यालय … Read more

दिन मे तारे गिनना – कांता नागी : Moral Stories in Hindi

सीमा माता-पिता की इकलौती संतान थी।घर मे ऐशो आराम के सब साधन होते हुए भी ना जाने कैसे उसमें चोरी करने की लत लग गई थीं। जैसे-जैसे बड़ी होती गई इसकी आदत बढ़ती ही गई। स्कूल मे भी किसी के पास कोई अच्छी चीज दिखाई देते ही इतनी सफाई से चोरी करती कि किसी को … Read more

छोटा मुंह बड़ी बात – कान्ता नागी : Moral Stories in Hindi

शशि बैंक मैनेजर था।उसकी शादी हुए कुछ ही दिन हुए थे कि उसका तबादला जमशेदपुर हो गया। सोमवार को उसे ड्यूटी ज्वाइन करनी थी इसलिए वह अकेले ही वहां चला गया और मां शांति जी से कहा कि शह सारा इंतजाम करके आएगा और अपनी मां शांति देवी और पत्नी राधा को ले जाएगा। सारा … Read more

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