जब बच्चों को अकेले रहने की आदत पड़ जाती है तो बड़े- बुजुर्गों से उन्हें बंधन दिखाई देने लगता है। – कमलेश राणा : Moral Stories in Hindi

New Project 96

सुमि और सूरज का बड़ा अरमान था कि उनका बेटा डॉक्टर बने इसके लिए उन्होंने अभि को कोचिंग के लिए कोटा पढ़ने भेज दिया। कुछ दिन अभि का मन वहाँ बिल्कुल भी नहीं लगता था हर समय घर- परिवार की याद सताती रहती उसे।  सुमि ने कभी भी उससे घर का कोई काम नहीं करवाया … Read more

संयम – कमलेश राणा : Moral Stories in Hindi

New Project 56

राखी का विवाह जिस घर में हुआ वह मॉडर्न विचारों वाले लोग थे उसने तो कभी सोचा भी नहीं था कि उसे ऐसा परिवार मिलेगा।न घूमने- फिरने पर कोई पाबंदी थी और न ही सोने, खाने,पहनने पर कोई रोक थी। उसकी सास कहने से पहले ही उसके लिए सब सामान ला देतीं और यश तो … Read more

काश ऐसे समझने वाली सास हर घर में हो – कमलेश राणा : Moral Stories in Hindi

New Project 99

रमन जब ऑफिस से लौटा तो दरवाजे के बाहर से ही मनु के तेज- तेज रोने की आवाज़ उसके कानों में पड़ी तुरंत ही रीना की लापरवाही पर उसे जोर का गुस्सा आने लगा।ऐसी भी क्या नींद कि बच्चा इतनी जोर- जोर से रो रहा है और इसे सुनाई ही नहीं दे रहा।  वह भनभनाता … Read more

औकात – कमलेश राणा : Moral stories in hindi

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आज जब स्नेहा कॉलेज पहुंची तो हर नज़र उसका मुआयना कर रही थी ऐसा लग रहा था मानो सब उसे देखने और उससे मिलने के लिए बेकरार थे। उसने अपने दिमाग पर बहुत जोर डाला पर उसे ऐसा कोई कारण नज़र नहीं आया जिसके लिए आज वह बहुत खास बन गई थी वह प्रश्नात्मक नज़रों … Read more

अहसास – कमलेश राणा : Moral Stories in Hindi

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आज तो दर्द के मारे कमर फटी जा रही है जोश – जोश में लगे रहे सारे दिन अब तो उठने की भी हिम्मत नहीं बची। यह भी ठीक है कि कल इतवार है तो जल्दी नहीं रहेगी उठने की क्योंकि सबकी छुट्टी रहेगी।  चाहे जितना कराहते रहो कोई यह पूछने वाला नहीं है कि … Read more

रिश्तों की कीमत – कमलेश राणा : Moral stories in hindi

New Project 98

मधु की बेटी की शादी थी चारों ओर खुशी का वातावरण था पर फिर भी न जाने क्यों उसका मन बेचैन था नज़र रह- रह कर दरवाजे की ओर चली जाती। वह जानती थी कि उसकी उम्मीद व्यर्थ है और इस सबके लिए वह खुद ही जिम्मेदार है तभी सब उसे बुलाने लगे भात का … Read more

सम्मान की खातिर- कमलेश राणा   : Moral stories in hindi

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Moral stories in hindi  : ‘ आज फिर रुचि और रवि के बीच झगड़ा हुआ था। रुचि की लाल- लाल सूजी हुई आँखें इस बात की गवाही दे रही थी। यह हर रोज की ही कहानी हो गई थी जब तक रवि रुचि और उसके घर वालों को खरी- खोटी नहीं सुना लेता था ऐसा … Read more

टांग अड़ाना – कमलेश राणा : Moral Stories in Hindi

New Project 45

श sssss कोई है रचना अभी किचन का काम समेट कर खाना खाने बैठती ही जा रही थी कि अनजान नम्बर से आये कॉल ने उसका ध्यान आकर्षित किया। वैभव आराम से न्यूज़ देख रहे थे।  अब इस समय कौन टपक पड़ा… चैन से खाना भी नहीं खा सकते।  हैलो आप संजना की माँ बोल … Read more

दृष्टिहीन – कमलेश राणा : Moral Stories in Hindi

New Project 68

चल मृदुला उठ कुछ खा पी ले …दो दिन हो गये .. आखिर कब तक यूँ ही रोती और शोक मनाती रहेगी।  कैसे सब्र करूँ सुचेता साल भर के अंदर एक- एक कर चारों बेटे भगवान् को प्यारे हो गये।मेरी एक न सुनी किसी ने.. अरे मैं तो दृष्टिहीन थी पर हर काम सुचारु रूप … Read more

पिया का घर – कमलेश राणा : Moral stories in hindi

New Project 47

Moral stories in hindi  :  आज अंकित की शादी थी जिसका सभी को बेसब्री से इंतज़ार था। वह दो साल का मासूम सा बच्चा था जब माधवी उसे अपने साथ ले आई थी वह माधवी की बहन का बेटा था। माधवी की बहन की एक एक्सीडेंट में असमय ही मृत्यु हो गई थी घर में … Read more

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