रिटायरमेंट – क़े कामेश्वरी

श्रेया सुजाता को फोन कर रही थी और वे उठा नहीं रही थी । श्रेया को चिंता होने लगी कि माँ एक रिंग में ही फोन उठा लेती हैं आज क्या हुआ है जो फोन नहीं उठा रही है । उसी समय सुजाता ने फोन उठाया और हेलो कहा । माँ आपको फोन उठाने में … Read more

कुछ तो लोग कहेंगे – के . कामेश्वरी :  Moral Stories in Hindi

पूजा कॉलेज से खुशी खुशी गाना गुनगुनाते हुए घर में कदम रखती है । वह अपनी ही धुन में थी । उसने जैसे ही बैठक में कदम रखा देखा , कुछ नए लोग बैठे हुए थे । उन्हें देख कर नमस्ते कहते हुए अपने कमरे में भाग गई । उसे समझ में नहीं आ रहा … Read more

विश्वासघात – के कामेश्वरी :  Moral Stories in Hindi

सौजन्या अपने छोटे बेटे रवि से कह रही थी कि तुम भी अपने बड़े भाइयों की तरह इंजनीयरिंग की पढ़ाई कर ले अच्छी नौकरी मिल जाएगी । वह टस से मस नहीं हो रहा था वह कहता है कि मैं पापा की तरह टीचर बनूँगा । पांडुरंगा राव ने कहा ठीक है उससे जबरदस्ती मत … Read more

उल्टी पट्टी पढ़ाना – के कामेश्वरी : Moral Stories in Hindi

पदमा के पिता की मृत्यु बचपन में हो गई थी माँ कमला ने ही रेलवे में नौकरी करते हुए अपनी दोनों बेटियों को पाला था । पदमा की शादी जयपुर में नौकरी करने वाले एक वकील प्रदीप से हुई । प्रदीप की तीन बहनें हैं तीनों बहनें पदमा से प्यार करती थीं । वे तीनों … Read more

आप अपने बेटे के साथ क्यों नहीं रहते – के कामेश्वरी : Moral stories in hindi

राजेश्वरी का घर रिश्तेदारों से भरा हुआ था क्योंकि दस दिन पहले ही , उसके पति आलोक जी की मृत्यु अचानक हृदयाघात से हो गई थी । उनके चार बेटे हैं , चारों भी आए हुए थे ….. जैसे ही बारहवीं हुई रिश्तेदारों ने बच्चों को माँ का ख़्याल रखने की सलाह देकर चले गए … Read more

अपनों की पहचान -के कामेश्वरी : Moral Stories in Hindi

गोविंद और रमा जिस ऑटो में बैठे थे , वह ऑटो गोविंद के घर के सामने रुकी । वह खुद उतरकर माँ को भी ऑटो से उतारकर उसने जल्दी से घर का दरवाज़ा खोल दिया और माँ से कहा माँ आज रुक जाएगी क्या? रमा ने उत्तर दिया कि नहीं पल्लवी की तबीयत ठीक नहीं … Read more

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