तिरस्कार कब तक – के कामेश्वरी : Moral Stories in Hindi

मुँह में एक कौर रखते ही सूरज ने कहा…. बापरे आज सब्जी में इतनी मिर्ची डाल दी है….. सपना बहू दीपिका को सपोर्ट करते हुए कहती है , कभी-कभी गलती हो जाती है ……  सूरज जी , जान बूझकर … कोई गलती कर सकता है क्या ? सूरज ने कहा— “ कोई बात नहीं है … Read more

अब तो पड़ जाएगी ना तुम्हारे दिल पर ठंडक – के कामेश्वरी : Moral Stories in Hindi

राधा बहुत ही खुश थी….. उसके इकलौते बेटे विनय की शादी वैशाली के साथ तय हो गई थी। उसने फोन पर अपने सभी रिश्तेदारों …… भाई बहनों को बताया और कह दिया….. सबको जरूर आना है । बहन ने पूछा लड़की कहाँ से है…… कितने भाई बहन हैं….. उसने कहा उनका घर हमारे घर के … Read more

 मातृदिवस : के कामेश्वरी : Moral Stories in Hindi

वैष्णवी अपने कमरे की बालकनी में बैठी हुई डूबते हुए सूरज को देख रही थी । वह रोज उगते सूरज और डूबते सूरज दोनों को देखती है । उसे हर रोज इस उगते और डूबते सूरज को देखने में एक अलौकिक आनंद मिलता है । लोग कहते हैं कि सूरज का उगने और डूबने को … Read more

मन की गाँठ – के कामेश्वरी : Moral Stories in Hindi

जमुना सुबह देर से उठी तो श्यामराव घबरा गए और उसके पास जाकर देखा तो उसका शरीर बुख़ार से तप रहा था । उन्होंने जल्दी से डॉक्टर को फोन करके घर पर बुला लिया था । डॉक्टर दस मिनट में घर पहुँच गए और जमुना का चेकप करके उन्हें दवाई दे दी । जमुना का … Read more

मन की गाँठ – के कामेश्वरी : Moral Stories in Hindi

जमुना सुबह देर से उठी तो श्यामराव घबरा गए और उसके पास जाकर देखा तो उसका शरीर बुख़ार से तप रहा था । उन्होंने जल्दी से डॉक्टर को फोन करके घर पर बुला लिया था । डॉक्टर दस मिनट में घर पहुँच गए और जमुना का चेकप करके उन्हें दवाई दे दी । जमुना का … Read more

स्वार्थी संसार – के कामेश्वरी : Moral Stories in Hindi

एक साल बाद अंशुल ने अपने माता-पिता को फोन करके बताया था कि उसका और अंजली का तबादला हैदराबाद हो गया है । इस बात को जबसे सुनीता ने सुना है उसके पैर जमीन पर नहीं पड़ रहे थे । वह पागल यह भूल गई है कि उसके बेटे ने एक साल तक उसकी खोज … Read more

औलाद के मोह के कारण वह सब सह गई थी – के कामेश्वरी : Moral Stories in Hindi

पार्वती पति की मृत्यु के बाद बेटे विराट के साथ रहने लगी । बहू मानिनी भी नौकरी करती थी । उनके दोनों बच्चों को पार्वती ही घर में रहकर देख लेती थीं । उस दिन वह कमरे में अकेली बैठी हुई थी कि तभी अचानक से उसे किसी की फुसफुसाहट सुनाई पड़ी । वह धीरे … Read more

ये धन- संपत्ति ना अच्छे- अच्छों का दिमाग़ ख़राब कर देती है – के कामेश्वरी : Moral Stories in Hindi

रामकिशन वकील के पास वसीयत लिखाने गए थे । उनकी दो लड़कियाँ थीं दोनों का विवाह हो गया था । सरोज दिल्ली में रहती थी उसके पति बैंक में काम करते हैं । उसका एक लड़का है हर्षा जो एक साल का ही है । दूसरी बेटी सरला पटना में रहती है उसका पति मल्टीनेशनल … Read more

एक माफी ने बिगड़ने से पहले रिश्ते सुधार दिए – के कामेश्वरी : Moral Stories in Hindi

सुप्रिया हाथों में मिठाई का पैकेट लेकर घर के बाहर बेल बजाकर दरवाज़ा के खुलने का इंतज़ार कर रही थी । जैसे ही दरवाज़ा खुला उसने सासु माँ के पैर छूकर उन्हें गले लगाते हुए कहा माँ मुझे प्रमोशन मिल गया है । वह भी आपके कारण मुँह मीठा कीजिए ना कहते हुए उन्हें लड्डू … Read more

स्नेह का बंधन – के कामेश्वरी : Moral Stories in Hindi

अखिल से मैं जब भी परिवार के बारे में बात करती हूँ वे मुझ पर यह कहकर भड़क जाते थे कि तुम मेरे परिवार को पसंद नहीं करती हो इसलिए उनके बारे में अनाप शनाप बोलकर मेरा दिल तोड़ देना चाहती हो । उनसे मुझे दूर कर देना चाहती हो जो मैं नहीं होने देना … Read more

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