विश्वासघात – के कामेश्वरी :  Moral Stories in Hindi

सौजन्या अपने छोटे बेटे रवि से कह रही थी कि तुम भी अपने बड़े भाइयों की तरह इंजनीयरिंग की पढ़ाई कर ले अच्छी नौकरी मिल जाएगी । वह टस से मस नहीं हो रहा था वह कहता है कि मैं पापा की तरह टीचर बनूँगा । पांडुरंगा राव ने कहा ठीक है उससे जबरदस्ती मत … Read more

उल्टी पट्टी पढ़ाना – के कामेश्वरी : Moral Stories in Hindi

पदमा के पिता की मृत्यु बचपन में हो गई थी माँ कमला ने ही रेलवे में नौकरी करते हुए अपनी दोनों बेटियों को पाला था । पदमा की शादी जयपुर में नौकरी करने वाले एक वकील प्रदीप से हुई । प्रदीप की तीन बहनें हैं तीनों बहनें पदमा से प्यार करती थीं । वे तीनों … Read more

आप अपने बेटे के साथ क्यों नहीं रहते – के कामेश्वरी : Moral stories in hindi

राजेश्वरी का घर रिश्तेदारों से भरा हुआ था क्योंकि दस दिन पहले ही , उसके पति आलोक जी की मृत्यु अचानक हृदयाघात से हो गई थी । उनके चार बेटे हैं , चारों भी आए हुए थे ….. जैसे ही बारहवीं हुई रिश्तेदारों ने बच्चों को माँ का ख़्याल रखने की सलाह देकर चले गए … Read more

अपनों की पहचान -के कामेश्वरी : Moral Stories in Hindi

गोविंद और रमा जिस ऑटो में बैठे थे , वह ऑटो गोविंद के घर के सामने रुकी । वह खुद उतरकर माँ को भी ऑटो से उतारकर उसने जल्दी से घर का दरवाज़ा खोल दिया और माँ से कहा माँ आज रुक जाएगी क्या? रमा ने उत्तर दिया कि नहीं पल्लवी की तबीयत ठीक नहीं … Read more

आँखें नीची होना – के कामेश्वरी : Moral Stories in Hindi

वह एक संयुक्त परिवार है । जहाँ सास नीरजा , ससुर दशरथ जी दो देवर , एक छोटी ननंद थी । ऐसे घर में विशाल की पत्नी और घर की बड़ी बहू बनकर सुहानी ने कदम रखा था । वह धीरे-धीरे अपने आपको इस माहौल में ढालने की कोशिश कर रही थी । उस घर … Read more

झूठे दिखावे से जिंदगी नहीं चलती – के कामेश्वरी : Moral Stories in Hindi

संजना को बहुत सारी शापिंग करनी थी इसलिए वह बिना समय गँवाए फटाफट ख़रीददारी कर रही थी सोचती जा रही थी कि घर जाकर भी बहुत सारे काम करने हैं क्योंकि कल ननंद पुष्पा को देखने के लिए लड़के वाले आने वाले हैं । वह सब्ज़ियों की ख़रीददारी कर रही थी कि पीछे से उसे … Read more

ये बँधन सिर्फ़ कच्चे धागों के नहीं हैं – के कामेश्वरी

शारदा कमरे से अपना और प्रदीप का आवश्यक सामान निकालकर बाहर हाल में एक जगह रख रही थी ।  प्रदीप ने कहा शारदा इतनी मेहनत क्यों कर रही है…….  इतना समझ लो कि तुम्हें कुछ हो गया तो तुम्हारी मदद करने कोई नहीं आएगा । वे हमारे ही बच्चे हैं जी ….. वे साल दो … Read more

कठोर कदम – के कामेश्वरी : Moral Stories in Hindi

विनीत उठो बेटा चार बज गए हैं …… मैं देख रहा हूँ ….. इस बार परीक्षा में तुम्हारे बहुत कम नंबर आए हैं….. मैंने तुमसे कितनी बार कहा है कि तुम अच्छे से पढ़ो , अच्छे नंबर लेकर आओ ताकि तुम आगे की पढ़ाई अमेरिका जाकर कर सको …..रामकृष्ण ने विनीत से कहा …..। रामकृष्ण … Read more

घर दीवार से नहीं परिवार से बनता है  – क़े कामेश्वरी : Moral Stories in Hindi

 आपकी बेटी हमें भा गई है …….. हमारा बेटा साहिल ने भी इस रिश्ते के लिए हाँ कह दिया है …….. खुशी से सुदर्शन और उनकी पत्नी संचिता ने मनोज जी से कह दिया । उनकी बातें सुनकर मनोज जी खुश हो गए थे…. पत्नी सरोज ने आँखों से इशारा किया कि उनसे आगे की … Read more

वक्त से डरो – के कामेश्वरी : Moral Stories in Hindi

हिमाँशु ….. पवन का दोस्त है… दोनों साथ-साथ पढ़ते थे । पढ़ाई खत्म होते ही हिमांशु को बैंक में नौकरी मिल गई थी । उसके माता-पिता बचपन में ही गुजर गए थे …. उसकी एक छोटी बहन सुमन है …जो डिग्री कॉलेज में पढ़ रही थी …… वे दोनों मामा के घर में रहते थे … Read more

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