सपने कभी सच नहीं हो सकते, -हेमलता गुप्ता  : Moral Stories in Hindi

कहीं नहीं जाऊंगी.. मैंने भी फैसला कर लिया है जब तक जिऊंगी इस घर में रहूंगी और तुम सब की छाती पर मूंग दलूंगी, देख लेना आज तक तुमने जो मेरे साथ किया है उन सबका गिन कर बदला लूंगी, आखिर तिरस्कार कब तक सहू, क्या मेरे तिरस्कार सहने की कुछ सीमा है? 15 साल … Read more

“अब पछताने से क्या होगा” – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

दिव्या… यह मेरे मित्र हैं दिल्ली से आए हैं आज ही इन्होंने मेरी कंपनी में ज्वाइन कर है अब जब तक इनके मकान की समस्या का हल नहीं निकल जाता तब तक यह तीन-चार दिन हमारे साथ ही रहेंगे तो फटाफट से खाना बना दो ताकि उसके बाद हम दोनों अच्छे से मकान की तलाश … Read more

“ यह कैसा शुभ विवाह” –  हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

भाई साहब.. आपकी लड़की की कुंडली में तो मांगलिक दोष है हम यह रिश्ता नहीं कर सकते शादी विवाह का मामला है बच्चे तो ना समझ हैं,  कैसे मांगलिक लड़की से विवाह कर ले माना आपकी बेटी  और मेरा बेटा  डॉक्टर है एक दूसरे को पसंद करते हैं किंतु हम तो इसी समाज में उठते … Read more

 प्रायश्चित – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

चलिए भाभी… फटाफट से तैयार हो जाइए, आज हम दोनों दिन भर शॉपिंग करेंगे मस्ती करेंगे और शाम को खाना भी बाहर ही खाकर आएंगे, आज हम सब कुछ आपकी पसंद का ही करेंगे! नहीं नहीं दीदी.. आप यह क्या कह रही हो मम्मी जी को पता चल जाएगा तो घर में शामत आ जाएगी … Read more

 सम्मान की सूखी रोटी :  हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

 सुनिए… हम अभी से शादी में जाकर क्या करेंगे अभी तो 10 दिन है हम 2 दिन पहले चलेंगे ना..! क्यों क्या हुआ… कुछ परेशानी है क्या?  अगर यही शादी तुम्हारी भतीजी की होती तो 10 की जगह 20 दिन पहले पहुंचने की जिद करती, लेकिन मेरे भाई की बेटी की शादी है तुम तो … Read more

“मन की गांठ” – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

निधि बेटा… अगले महीने की 15 तारीख को चाचा जी के बेटे विजय की शादी है तो तुम अभी से ही सारी तैयारियां शुरू कर देना फिर ऐन टाइम पर साड़ियों की मैचिंग या थोड़ा बहुत सामान छूट ही जाता है छोटी बहू रश्मि तो चल नहीं पाएगी क्योंकि उसका तो सातवां महीना शुरू हो … Read more

“समझौता… अब नहीं” – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

पूनम जब से इस घर में बहू बनकर आई है वह देख रही है सारे काम तो वह स्वयं करती है किंतु दूध के समय मम्मी जी सबका दूध तैयार करती है उसमें से पूनम और खुद का दूध आधा गिलास करती है बाकी पापा जी, पतिदेव, देवर जी और दोनों नंदो का, हमेशा पूरा … Read more

 “क्या आधुनिक लड़कियां इतनी संस्कारी भी हो सकती हैं?” – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

इशिता बहु.. तुम एक-दो दिन में अपनी रसोई अलग कर लेना मतलब की ऊपर वाले हिस्से में तुम अपना सारा सामान व्यवस्थित कर लेना इसमें मैं भी तुम्हारी मदद कर दूंगी! अभी 2 दिन पहले ही अपने हनीमून से लौटी और 15 दिन पहले ही ब्याह कर आई बहू इशिता से उसकी सास रमा देवी … Read more

“ मदद उसी की करनी चाहिए जो वाकई में इसका हकदार हो” – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

भाभी.. दो दिनों के लिए मुझे अति आवश्यक काम से ससुराल जाना पड़ रहा है क्या आप दो दिन मेरी पूर्वी का ध्यान रख लेंगे? वैसे तो मैं उसे साथ में ले जाती किंतु उसकी कोचिंग और स्कूल दोनों हैं हम परसों शाम तक आ जाएंगे, सामने वाले फ्लैट में रहने वाली निशा ने अदिति … Read more

“दिखावे की जिंदगी” – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

सुनो जी… इतने बड़े घर में रिश्ता करने से पहले एक बार अपनी हैसियत तो देख लेते, कहां से लाएंगे हम इतना पैसा दहेज के लिए, माना लड़के वालों की तरफ से खुलकर कोई डिमांड नहीं हुई है फिर भी उनके कहने का मतलब तो यही था की शादी बड़ी धूमधाम से होनी चाहिए ताकि … Read more

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