मां की कीमत – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

बेवकूफ औरत.. मन में तो आता है अभी तेरे गालों पर दो थप्पड़ लगा दूं किंतु मेरी मां ने मुझे किसी औरत पर हाथ उठाने के संस्कार भी तो नहीं दिए किंतु तेरी जैसी घटिया औरत अगर घर में हो तो एक बार तो भगवान भी शर्मा जाए, तू एक बेटे से अपनी मां को  … Read more

पत्थर दिल – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

नहीं पापा.. मैं उसको किसी भी कीमत पर मनाने नहीं जाऊंगा वह अपनी मर्जी से घर छोड़ कर गई है अगर उसको आना होगा तो स्वयं ही आ जाएगी पर मुझ से दोबारा  लाने की मत कहना! पर बेटा… तू समझने की कोशिश तो कर, तेरा, तेरे बच्चों का क्या होगा? हम कब तक रहेंगे? … Read more

विश्वास की डोर – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

जानकी.. आजकल मन बहुत व्यथित हो रहा है एक डर है जोमुझे अंदर ही अंदर खाए जा रहा है समझ नहीं आ रहा तुमसे कैसे कहूं.? कहूंगा तो तुम हंसोगी, 70 वर्षीय रामनारायण जी ने अपनी पत्नी जानकी से कहा! तब जानकी बोली… नहीं जी बिल्कुल नहीं हंसूंगी आप बताइए तो सही आपको ऐसा कौन … Read more

 सपने कभी सच नहीं हो सकते, -हेमलता गुप्ता  : Moral Stories in Hindi

कहीं नहीं जाऊंगी.. मैंने भी फैसला कर लिया है जब तक जिऊंगी इस घर में रहूंगी और तुम सब की छाती पर मूंग दलूंगी, देख लेना आज तक तुमने जो मेरे साथ किया है उन सबका गिन कर बदला लूंगी, आखिर तिरस्कार कब तक सहू, क्या मेरे तिरस्कार सहने की कुछ सीमा है? 15 साल … Read more

“अब पछताने से क्या होगा” – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

दिव्या… यह मेरे मित्र हैं दिल्ली से आए हैं आज ही इन्होंने मेरी कंपनी में ज्वाइन कर है अब जब तक इनके मकान की समस्या का हल नहीं निकल जाता तब तक यह तीन-चार दिन हमारे साथ ही रहेंगे तो फटाफट से खाना बना दो ताकि उसके बाद हम दोनों अच्छे से मकान की तलाश … Read more

“ यह कैसा शुभ विवाह” –  हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

भाई साहब.. आपकी लड़की की कुंडली में तो मांगलिक दोष है हम यह रिश्ता नहीं कर सकते शादी विवाह का मामला है बच्चे तो ना समझ हैं,  कैसे मांगलिक लड़की से विवाह कर ले माना आपकी बेटी  और मेरा बेटा  डॉक्टर है एक दूसरे को पसंद करते हैं किंतु हम तो इसी समाज में उठते … Read more

 प्रायश्चित – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

चलिए भाभी… फटाफट से तैयार हो जाइए, आज हम दोनों दिन भर शॉपिंग करेंगे मस्ती करेंगे और शाम को खाना भी बाहर ही खाकर आएंगे, आज हम सब कुछ आपकी पसंद का ही करेंगे! नहीं नहीं दीदी.. आप यह क्या कह रही हो मम्मी जी को पता चल जाएगा तो घर में शामत आ जाएगी … Read more

 सम्मान की सूखी रोटी :  हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

 सुनिए… हम अभी से शादी में जाकर क्या करेंगे अभी तो 10 दिन है हम 2 दिन पहले चलेंगे ना..! क्यों क्या हुआ… कुछ परेशानी है क्या?  अगर यही शादी तुम्हारी भतीजी की होती तो 10 की जगह 20 दिन पहले पहुंचने की जिद करती, लेकिन मेरे भाई की बेटी की शादी है तुम तो … Read more

“मन की गांठ” – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

निधि बेटा… अगले महीने की 15 तारीख को चाचा जी के बेटे विजय की शादी है तो तुम अभी से ही सारी तैयारियां शुरू कर देना फिर ऐन टाइम पर साड़ियों की मैचिंग या थोड़ा बहुत सामान छूट ही जाता है छोटी बहू रश्मि तो चल नहीं पाएगी क्योंकि उसका तो सातवां महीना शुरू हो … Read more

“समझौता… अब नहीं” – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

पूनम जब से इस घर में बहू बनकर आई है वह देख रही है सारे काम तो वह स्वयं करती है किंतु दूध के समय मम्मी जी सबका दूध तैयार करती है उसमें से पूनम और खुद का दूध आधा गिलास करती है बाकी पापा जी, पतिदेव, देवर जी और दोनों नंदो का, हमेशा पूरा … Read more

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