रिश्तों की अहमियत – गौरी भारद्वाज: Moral stories in hindi

 प्रीति का  सिर दर्द से फटा जा रहा था और आंखें रो-रो कर लाल हो चुकी थी। पर उसकी पड़ी किसे थी? सब अपने-अपने काम में व्यस्त थे। जेठ जेठानी, ननद ननदोई सब अपने अपने घर जाने की तैयारी कर रहे थे।  “तुम्हें तो मेरे माता पिता की सेवा के लिए लाया गया है, उससे … Read more

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