कुल की रोशनी – डा० विजय लक्ष्मी : Moral Stories in Hindi
“तीसरी भी लड़की हुई है… अब तो पड़ जायेगी न तुम्हारे कलेजे में ठंडक!” रमाबाई की आवाज़ सुन ठाकुर हवेली की चौखट काँप उठी, थी और जानकी की कोख से निकली मासूम बच्ची, माँ की छाती से लग रो पड़ी थी। प्रसव की पीड़ा से ज्यादा, जानकी की आँखों मेंअब तो पड़ जायेगी न तुम्हारे … Read more