“आत्मसम्मान की ठेस” – डा० विजय लक्ष्मी : Moral Stories in Hindi
“कब तक इसे झेलती रहोगी, राधा ?” कितना तुमसे कहा था पर तुमने सुना नहीं और करो अपने मन की देखो तुम्हारी बहन गीता कितने राजसी ठाठ बाट से रह रही है । कितना पैसा जेवर ,कपड़े, कोठी कार किस चीज की कमी है? राधा को हेय नजरों से देखते हुए बोलीं मानो वह उनकी … Read more