मेरी तो किस्मत ही फूट गई जो ऐसी बहु मिली। – दीपा माथुर : Moral Stories in Hindi
संध्या की सर्दी धूप की बची-खुची तपिश को निगल चुकी थी। रिया का छोटा सा कमरा अब घर का दिल बन चुका था। उसी कमरे में कोने में बैठी बुआजी पुरानी साड़ी को सीधा करके रिया से पूछ रही थीं — “बिटिया, इसमें बॉर्डर बहुत सुंदर है… इससे कुछ और बन सकता है क्या?” रिया … Read more