जान है तो,जहान है ! – बिमला महाजन  : Moral Stories in Hindi

श्यामली पिछले कुछ माह से अस्वस्थ चल रही थी।पर जीवन अपनी गति से यथावत् चल रहा था। धीरे धीरे स्वास्थ्य निरंतर गिरता  जा रहा था। आखिर हार कर किसी विशेषज्ञ डाक्टर से परामर्श लेने का विचार किया गया।डाक्टर साहब ने पूरी तरह मुआइना करने के पश्चात कई प्रकार की जांच के निर्देश दिए। फिर तो … Read more

कबीरा गर्व न कीजिए ! अभी नाव मझधार !! – बिमला महाजन : Moral Stories in Hindi

  राधिका के घर किट्टी पार्टी थी। किट्टी पार्टी में  होने के लिए सभी महिलाएं अपनी बेहतरीन ड्रेस में सज धज कर समय से पूर्व ही पहुंच चुकी थी। सब की नजर घड़ी पर थी ।  ” ग्यारह बज गए हैं चलो जल्दी से पंक्चुअलिटी निकालो  ” मिसेज मेहता ने कहा ।  इस बार  मिसेज सोनी … Read more

” मुझे खाना बनाना नहीं आता है ”  – बिमला महाजन   : Moral Stories in Hindi

संगीता ने बेटे राघव की राशि से बड़ी धूमधाम से  सगाई कर दी। पर शादी का मुहूर्त चार महीने बाद का निकला। जैसा कि अक्सर होता है राघव और राशि फोन पर लगे रहते थे। एक दो दिन से राघव कुछ चुप चुप था। संगीता ने राघव से इस का कारण जानना चाहा। राघव ने … Read more

यह मेरी जिन्दगी है – बिमला महाजन : Moral Stories in Hindi

नींद उसकी आंखों से कोसों दूर थी।शाम का घटना – चक्र उस की आंखों के सामने घूम गया। रुपाली के कहे शब्द बार बार उसके कानों में गूंज रहे थे। “ममा ! हम लोग अब इकट्ठे नहीं रह सकते हैं ।” रुपाली ने अपना फैसला सुना दिया दिया था। ” क्या कहा ?” राधिका ने … Read more

“जज सब अपराधों की सजा एक साथ दे देता है “- बिमला महाजन : Moral Stories in Hindi

लगभग डेढ़ वर्ष से हम बेटे -बहू के साथ जयपुर रह रहे हैं। पारिवारिक  परिस्थितियां कुछ ऐसी बनी हुई हैं कि हम लोग वापस अपने घर पटियाला जा ही नहीं पाए। पिछले दिनों हिमाचल प्रदेश और पंजाब में अति वृष्टि के कारण एकाएक पटियाला शहर के एक प्रमुख इलाके में बाढ़ आ गई और हमारे … Read more

तलाश करना सीखो । – बिमला महाजन : Moral Stories in Hindi

“जीवन लम्हो में जिआ जाता है ,मुक्कमल नही !” सब काम निपटा कर  श्यामली आराम करने लगी थी । सोचा कुछ हल्का -फुल्का पढ़ लूं ।   एक मासिक पत्रिका  के पन्ने पलट रही थी कि एक रचना का शीर्षक पढ़ कर चौंक गई । शीर्षक कुछ जाना पहचाना लग रहा था। जैसे ही रचना … Read more

जब आंख खुली,तभी सवेरा – बिमला महाजन : Moral Stories in Hindi

घर में प्रवेश करते ही उसका सासू मां से सामना हो गया। “इस समय कहां से ? “उन्होंने जानना चाहा  ” बस, स्टेशनरी की दुकान तक गई थी , कुछ सामान लाना था ।कल ललित की परीक्षा है न? “उसने उत्तर दिया । ” इन कपड़ों में ?  तुम अब इस घर की बहू हो … Read more

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