मतलबी दुनिया – भगवती : Moral Stories in Hindi

“अरे… खाली हाथ कैसे आ रहा है..!.. राशन सब्जी कहां हैं..?” मीरा ने राहुल को खाली हाथ आता देख कर पूछा। “मम्मी, हेमा मिल गई थी रास्ते में, उसने कहा घर में कुछ पैसों की ज़रूरत है, मधु दीदी और जीजा जी भी आ रहें हैं, अगर कुछ पैसों का इंतजाम हो जाए तो बड़ी … Read more

सम्मान की चमक – भगवती : Moral Stories in Hindi

सुष्मिता आज बहुत खुश थी। आज रिशी के साथ उसकी सगाई होने वाली थी। रिशी एक संपन्न परिवार का सुदर्शन युवक था। उसके भावी ससुराल में सास ससुर के अलावा रिशी की एक छोटी बहन रेखा थी। सगाई संपन्न हो चुकी थी। तीन माह बाद विवाह की तारीख तय हुई थी। इन तीन महीनों में … Read more

चिंगारी – भगवती : Moral Stories in Hindi

रधिया जिन घरों में झाड़ू पोंछा, बर्तन धोने का काम करती थी आज उन घरों में से किसी एक घर के राजा बेटे का जन्मदिन था तो तीन कामवालों का कार्य रधिया से करवा कर मालकिन ने उसे घर वापिस जाते हुए सूखी पूरियां, बिना पनीर की रसे वाली सब्जी, समोसे और गुलाब जामुन के … Read more

अनमोल – भगवती : Moral Stories in Hindi

अनिल घर लौटते समय सब्जी, फल और मां बाबूजी की दवाईयां लेते हुए आए थे। घर पहुंचे तो काफ़ी थके हुए थे। सुजाता ने उनको देखते ही उनके हाथ से सारे थैले ले लिए और जल्दी से उनके लिए पानी लाई। अपने आंचल से उनके माथे का पसीना पोंछते हुए बोली, “अभी राजीव आता तो … Read more

एहसास – भगवती : Moral Stories in Hindi

अंजलि आज बेहद खुश थी। आज वो काफ़ी महीनों बाद अपने मायके जा रही थी। उसका पति राजेश एक प्राईवेट लिमिटेड में काम करता था इसलिए छुट्टी कम ही मिलती थी। जब भी अंजलि राजेश को कुछ दिनों के लिए अपने घर जाने की बात करती वो कहता कि, “ यहां कौन संभालेगा फिर तुम्हारे … Read more

असली दौलत – भगवती  : Moral Stories in Hindi

आदित्य अजीत मेहरा का इकलौता बेटा था। इंजीनियर की डिग्री प्राप्त करने के बाद वह नौकरी की तलाश में था । उसने सोचा था कि वह जल्द ही एक अच्छे पद पर आसीन होगा परंतु वक्त सरपट घोड़े समान भागता चला जा रहा था और नौकरी न मिलने की हताशा आदित्य के भीतर एक गहरी … Read more

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