प्यारा सा झूठ – भगवती सक्सेना गौड़ : Moral Stories in Hindi

रवीना बिस्तर पर निढाल पड़ी थी। उसकी तबियत कुछ खराब सी लग रही थी। वह चार कमरों के अपने छोटे से घर में अकेली रहती थी। घर का काम करने वाली मेड और कुक अपनी-अपनी शिफ्ट पूरी करके लौट जाते थे। उसका एकमात्र सहारा था उसका भाई, जो कुछ दूर एक छोटे से कस्बे में … Read more

मौन क्रंदन – भगवती सक्सेना गौड़ : Moral Stories in Hindi

डॉ सुषमा हड़बड़ा कर उठी , देखा कोई जोर जोर से दरवाजा खटखटा रहा है। मन नही कर रहा था, फिर भी उन्हें उठना पड़ा। खोला तो नौकर ने बताया सुबह ही पटियाला से पापा का फ़ोन था, बुलाया है। समझ गए और दोनों डॉ पति पत्नी गाड़ी लेकर निकल पड़े । सुषमा की माँ … Read more

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