बेटे के घर रहने का मन नहीं करता – अर्चना खण्डेलवाल : Moral Stories in Hindi

चल,  माधुरी जल्दी से तैयार हो जा, आज हम बाहर खाना खाने चलेंगे, मेरा घर पर खाने का मूड नहीं है,  कमल जी चहकते हुए बोले। हां, वो तो ठीक है, पर आज अचानक कैसे? मैंने तो रात के खाने के लिए सब्जी भी काट कर रख ली है, कोई ना फ्रिज में रख देती … Read more

मुझे अपनो की पहचान हो गई है। – अर्चना खण्डेलवाल

मम्मी,  आपको जन्मदिन की बहुत-बहुत शुभकामनाएं, और हमारी तरफ से ये प्यारा सा उपहार, रोली ने आपके लिए अपने हाथों से जन्मदिन का केक बनाया है, जतिन ने अपनी मम्मी रंजना जी के पैर छूकर आशीर्वाद लिया। केक देखकर रंजना जी के चेहरे पर कोई भाव नहीं आया, उन्होंने उड़ती नजरों से केक को देखा … Read more

झूठे दिखावे से जिन्दगी नहीं चलती – अर्चना खण्डेलवाल

सुना है तेरी देवरानी ने नई कार ले ली है? और मिठाई भी नहीं खिलाई, सुलोचना ने पड़ोसन रजनी को कुरेदने की कोशिश की। रजनी ने  हंसी हंसते हुए हामी भरी, मिठाई तू  मेरी देवरानी से मांग आखिर तू उसकी भी तो पड़ोसन है। ये सुनते ही सुलोचना झेंप गई क्योंकि रजनी और उसकी देवरानी … Read more

साजिश से घर नहीं बसते – अर्चना खण्डेलवाल : Moral Stories in Hindi

मम्मी जी, ये देखिए मेरी छोटी बहन रिद्धिमा और योगेश भैया की जोड़ी बहुत जमेगी, फिर एक ही घर में दोनों बहनें आयेगी तो दोनों भाईयों में भी प्यार बना रहेगा। अभी उसने पढ़ाई पूरी कर ली है और उसकी मुंबई में  नौकरी लग गई है, इस घर में आयेगी तो हम सबके भाग्य खुल … Read more

मां बनना कितना मुश्किल है – अर्चना खण्डेलवाल :Moral Stories in Hindi  

मनु खाना नहीं खा रही है तो रहने दो, आप उसके पीछे क्यों पड़ी रहती हो? जब भूख लगेगी खा लेगी, आप लोगों ने तो खाने को बहुत बड़ा मुद्दा बना रखा है, पूनम खीझते हुए बोली जो ऑफिस का काम लैपटॉप पर कर रही थी और मनु के रोने की आवाज से उसे बार-बार … Read more

काली रात – अर्चना खण्डेलवाल

रश्मि इस वक्त तेरा पार्टी में जाना सही नहीं है, तेरे पापा भी घर पर नहीं है, और अगर कल को कुछ हो जाता है तो पापा मुझे बहुत ही डांटेंगे, मैं उनसे पूछे बिना तुझे जाने की आज्ञा नहीं दे सकती हूं, सरला ने समझाकर कहा ताकि रश्मि मान जायें। ओहह!! मेरी प्यारी मम्मी … Read more

बहू तो मना कर देती है – अर्चना खण्डेलवाल :  Moral Stories in Hindi

आरती, दोपहर को मेरे ममेरे भाई-भाभी आ रहे हैं तो कुछ अच्छा से भोजन की व्यवस्था कर लेना, उन्हें थोड़ा चटपटा और तीखा खाना पसंद है, तूम नाश्ते में आलू छोले टिक्की और पनीर कबाब बना लेना, और भोजन में मिक्स वेज, रायता, पुलाव, मलाई कोफ्ता और दाल मखनी, साथ में तुम्हारे हाथ की गरमागरम … Read more

बेटे की मां हूं, दहेज तो लूंगी – अर्चना खण्डेलवाल :  Moral Stories in Hindi

मुझे लड़की तो पसंद है, लेकिन लड़की वाले कितना दहेज देंगे, और सोने के जेवर में क्या चढ़ायेंगे? एक ही बेटा है मेरा, जब तक मनचाहा दहेज नहीं मिलेगा, मैं यश की शादी नहीं करूंगी, अहंकार से वनिता जी ने फोन पर कहा तो उधर से किरण दीदी ने फोन रख दिया। अरे!! किसका फोन … Read more

 बहू तुम बड़ी पत्थर दिल हो – अर्चना खण्डेलवाल

सुबह -सुबह मेघना जी उठकर रसोई में गई, तो उन्हें वहां कुछ समझ नहीं आया, फिर भी उन्होंने दो -चार रेक खोलकर चाय पत्ती, शक्कर और चाय का बर्तन ढूंढ ही लिया, गांव में तो खुली रसोई थी, सब कुछ सामने ही मिल जाता था, पर ये शहरों की रसोई हर चीज छुपी होती है, … Read more

बहू का भी अस्तित्व  होता है। – अर्चना खण्डेलवाल Moral Stories in Hindi

निधि जल्दी से सामान बांध लो हम कल शाम की गाड़ी से घर जा रहे हैं, मम्मी की तबीयत ठीक नहीं है, रितेश ने फोन पर कहा। लेकिन रितेश मेरी शाम को जरूरी मीटिंग है, जिसकी तैयारी मैं पिछले एक महीने से कर रही थी और उसमें मेरी प्रजेंटेशन भी है तो मै तो नहीं … Read more

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