मुझे माफ कर दो – अर्चना कोहली ‘अर्चि : Moral Stories in Hindi

“पापा आपको याद है न, शनिवार को मेरे कॉलेज का वार्षिक उत्सव है। मैंने भी लघुनाटिका में भाग लिया है। आप समय पर पहुँच जाना और हाँ उसके लिए आप नीले रंग का सूट ही पहनना । उसमें आप बहुत स्मार्ट लगते हैं।” तुषार ने पिता प्रकाश से कहा। “मस्का।” प्रकाश ने हँसते हुए कहा।    … Read more

मुझे माफ कर दो – अर्चना कोहली ‘अर्चि’ : Moral Stories in Hindi

“पापा आपको याद है न, शनिवार को मेरे कॉलेज का वार्षिक उत्सव है। मैंने भी लघुनाटिका में भाग लिया है। आप समय पर पहुँच जाना और हाँ उसके लिए आप नीले रंग का सूट पहनना । उसमें आप बहुत स्मार्ट लगते हैं।” तुषार ने पिता प्रकाश से कहा। “मस्का।” प्रकाश ने हँसते हुए कहा।    “सच … Read more

मन का रिश्ता – अर्चना कोहली ‘अर्चि : Moral Stories in Hindi

“रोहन बेटा आज तुमने आने में बहुत देर कर दी। सुबह से कितनी बार मैं मैनेजर साहब से तुम्हारे और मानसी बिटिया के बारे में पूछ चुकी हूँ। मुझे तो लगा था, आज तुम नहीं आओगे। मेरे दोनों बेटों की तरह तुमने भी मुझे अकेला छोड़ दिया।” आँखों में आँसू भरकर रमादेवी ने कहा। “ऐसा … Read more

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