एक ऐसी भी जिंदगी – बालेश्वर गुप्ता
अरे छमिया मान भी जा,क्यूँ अपनी जवानी खराब कर रही है।अब रामू नहीं आयेगा।मेरी बात मान चल मेरी खोली में चलकर रह,वही मजा करेंगे। देख गबरू मैंने तुझसे पहले भी कहा है,मैं नही तेरे साथ जाने वाली।देखना मेरा रामू जरूर आयेगा। खूब सोचले छमिया,मेरे साथ ऐश करेगी,कल ही अपनी खोली में टीवी भी लगवा लिया … Read more