प्रायश्चित – सुदर्शन सचदेवा : Moral Stories in Hindi

कविता और राहुल की शादी को १० साल हो चुके थे | उनके बीच बातचीत बहुत कम हो गई थी  | रोज की जिम्मेदारी,  आफिस का तनाव सब रिश्ता बोझ सा बन गया था |  राहुल को लगता था कि मेरी बात नहीं समझती और कविता को लगता था कि अब उन्होने दिलचस्पी लेना बंद … Read more

नमक का कर्ज – हरिओम बाजपेई : Moral Stories in Hindi

ब्रह्माखेड़ा  (काल्पनिक) नामक गाँव में एक दंपत्ति रहते थे जिसमे व्यक्ति का नाम हरि गौतम (काल्पनिक) पत्नी का नाम का नाम रेनुका (काल्पनिक) था वे दोनो बहुत गरीब थे फिर भी वे हमेशा खुशी के साथ रहते थे वे कृषि मजदूर के रूप में कार्य करते थे उन्हें बस एक ही दुःख था कि उनकी … Read more

लकी मैडम – डॉ गुंजन कुमार झा : Moral Stories in Hindi

स्टाफ रूम में सुगबुगाहट आम थी . “आए सोने कि थी ? “ “ न जी हीरे की थी बतावें हैं “ . कौण वापस देण आओगा इब ..इब न मिले “ मलिक मैडम पिछली सीट से बोलीं . मालिक मैडम का वाक्य हमेशा एक फुल स्टॉप होता था. उसके बाद वाक्य हो या वाकया, … Read more

 सम्मान किसका? – डा० विजय लक्ष्मी : Moral Stories in Hindi

समीर की उंगलियाँ जब भी ब्रश थामती थीं, रंग जैसे सांस लेने लगते थे। कैनवास पर फैला हर रंग, उसकी आत्मा की गहराइयों से निकला एक भाव लगता था। लेकिन हैरत की बात थी कि इन रंगों की आवाज़ कभी किसी ने सुनी ही नहीं। बीते बीस वर्षों से समीर अपनी कला में रमा था।खेलने … Read more

 इज्जत का बाज़ार – डॉ० मनीषा भारद्वाज : Moral Stories in Hindi

मेट्रो शहर की चकाचौंध में “स्टार र्लाइट टावर्स अमीरी का प्रतीक था। बिल्डर विशाल मल्होत्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में घोषणा की, “यह टावर समाज के ‘एलीट’ को समर्पित है! ” कैमरों की फ्लैश लाइट्स के बीच उसके चेहरे पर अकड़ थी। उधर, सोसाइटी के पिछवाड़े बसे झुग्गी-झोपड़ी में रोशनी बच्चों को पढ़ाती थीं। जब एक … Read more

 तकदीर फूटना – अलका शर्मा : Moral Stories in Hindi

“तुम्हारी रोज की चिक चिक से तंग आ गया हूँ। बाहर से काम करके आता हूँ तो घर में सुकून नहीं मिलता। हर समय बस शिकायत। ‌” राहुल ने गुस्सा होकर कहा।राहुल का बोस गुस्से वाला था उसके साथ काम करना आसान नहीं था।जैसे तैसे वह निभा रहा था साथ ही दूसरी जोब भी देख … Read more

 इज्जत इंसान की नही, पैसे की होती है – लक्ष्मी त्यागी : Moral Stories in Hindi

प्रिया जब अपने भाई के विवाह में आई तो बहुत प्रसन्न थी ,आज उसकी वर्षों की इच्छा जो पूर्ण हो रही थी।कितनी मन्नतें और कितनी बार भगवान से उसने प्रार्थना की थी- कि मेरे भाई पढ़ -लिखकर खूब उन्नति करें। आज उसका यह स्वप्न पूर्ण होने जा रहा है। बड़े अच्छे घर में ,उसके भाई … Read more

 सम्मान की सूखी‌ रोटी – डा० विजय लक्ष्मी : Moral Stories in Hindi

गांव की कच्ची गली में जैसे ही जानकी ने अपने घर की कुंडी खोली, सामने से रमिया दौड़ी चली आई। आंखों में आश्चर्य, होंठों पर हल्की मुस्कान लिए उसने पूंछा, “अरे जिज्जी, तुम आ गईं? तुम तो कह रही थीं कि दो-तीन महीने गर्मी भर रुकने वाली हो, फिर इतनी जल्दी कैसे लौट आईंं?” जानकी … Read more

 तकदीर फूटना – हेमलता श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

ससुराल की दहलीज पर कदम रखते ही मैं समझ गई थी कि ये डगर आसान नहीं होगी मेरे लिए. आसान तो मायके में भी जीना नहीं था,‌‌ जन्म देते ही मां का साया उठ‌ गया था बुआ और भाभी की शरण में पली‌ बढ़ी मां ने होने का दर्द हमेशा सालता रहता। लोगों की नजर … Read more

 प्रायश्चित – डॉ. दीक्षा चौबे : Moral Stories in Hindi

आज मानस भैया रिद्धिमा की शादी का आमंत्रण पत्र लेकर आये थे । रिद्धिमा …मेरे बड़े भैया महेशकान्त शर्मा की बेटी  है । बड़े भैया स्वयं आने की हिम्मत नहीं कर पाये थे ….इसलिए शायद छोटे भैया यहाँ थे । शोभा की मनःस्थिति विचलित सी हो गई थी । यंत्रचालित मशीन की तरह भैया को … Read more

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