अम्मा – आराधना सेन : Moral Stories in Hindi
अम्मा सुबह से चाय की राह देख रही थी उम्र तो काफी हो गई थी खुद से बना भी तो नही पाती थी,बेटा सुबह सुबह चाय दे देता था वह तो कल रात को लौट कर आया ही नही रिश्तेदार के घर से,चाय की उम्मीद लगानी भी मूर्खता हैं बहू तो देगी नही लेकिन शायद … Read more