अम्मा – आराधना सेन : Moral Stories in Hindi

अम्मा सुबह से चाय की राह देख रही थी उम्र तो काफी हो गई थी खुद से बना भी तो नही पाती थी,बेटा सुबह सुबह चाय दे देता था वह तो कल रात को लौट कर आया ही नही रिश्तेदार के घर से,चाय की उम्मीद लगानी भी मूर्खता हैं बहू तो देगी नही लेकिन शायद … Read more

मेरी आत्मा को दुख देकर तू कभी खुशी नही रह सकती हैं – आराधना सेन : Moral Stories in Hindi

“देख रहे हो कैसे तुम्हारी माँ मुझे श्राप दे रही हैं और तुम कहते हो इसकी सेवा करने,मैं जीते जी इनकी कभी सेवा नही करूँगी “लीला गुस्से मे बडबडा रही थी रमेश काम से लौट ही था आँगन मे साइकिल खड़ी ही की थी । यह रोज की किच किच थी माँ आज कई सालो … Read more

माता पिता की जिद – आराधना सेन : Moral Stories in Hindi

माँ माँ आपसे एक बात करनी थी सुनील थोडी जल्दी मे था ऋषी के स्कूल से आया था।”क्या हुआ इतनी हडबडी मे क्यूं हो आँचल से गीले हाथो को पोछती हूइ” माँ बोली।मा अब मुझे रुपा और ऋषी को अपने साथ शहर ले जाना होगा ऋषी का रिजल्ट बहुत अच्छा आया हैं उसे अच्छे स्कुल … Read more

माँ – आराधना सेन : Moral Stories in Hindi

माँ माँ आपसे एक बात करनी थी सुनील थोडी जल्दी मे था ऋषी के स्कूल से आया था।”क्या हुआ इतनी हडबडी मे क्यूं हो आँचल से गीले हाथो को पोछती हूइ” माँ बोली।मा अब मुझे रुपा और ऋषी को अपने साथ शहर ले जाना होगा ऋषी का रिजल्ट बहुत अच्छा आया हैं उसे अच्छे स्कुल … Read more

बचपन के दिन – आराधना सेन : Moral Stories in Hindi

हमारा संयुक्त परिवार था  बाबूजी दो भाई थे, मा चाची दादा दादी, हम सब भाई बहन ।संयुक्त परिवार मे रहने का अलग ही मजा था भाई बहन मे जितना प्यार था उतने झगडे भी, बच्चो के झगडे पल मे सुलझ जाते लेकिन माँ चाची की अगर किसी काम को लेकर झगडे होते तो कुछ दिनो … Read more

बोझ – आराधना सेन : Moral Stories in Hindi

जब सिन्दूर पडेगा ना मेरी बिटिया के माथे पर तो कितना चेहरा मे रौनक आयेगी यह तुम्हे नही पता, बेकार मे चिंता करती हैं वह लोग भी अच्छे नही थी देखना उससे भी अच्छे रिश्ते आयेंगे दादी न जाने कितनी ही बाते बडबडा रही थी माँ चूल्हे मे रोटियाँ सेंक रही थी जो कभी जल … Read more

चहेती भाभी’ – आराधना सेन : Moral Stories in Hindi

मन्दिर मे पूजा आरम्भ होने वाली हैं,  सभी औरते बैठी हैं किसी के घर की बहू तो किसी की बेटी सभी अपने गपशप मे मशगूल,बच्चे खेल रहे हैं लडकिया सेल्फ़ी लेने मे व्यस्त, यह चार दिन सभी काफी मजे मे कटाते हैं सभी औरते मन्दिर मे सुबह शाम अपना समय बिताती हैं माँ की आराधना … Read more

नाराजगी – आराधना सेन : Moral Stories in Hindi

माँ आपको मामा मामी बार बार फोन कर रहे हैं आप उठाती क्यूं नही?मेरे फोन पर मामा का फोन आया हैं बात करो! हाँ हल्लौ सब ठीक तो हैं न जीजी कोई बात हो गया क्या! आप फोन नही उठा रही ,आप आ तो रही हैं न इस बार पूजा मे! माँ ने बडे ही … Read more

सिर्फ बहू से ही बेटी बनने की उम्मीद क्यूं की जाती हैं दामाद भी बेटा बन सकता हैं। – अराधना सेन : Moral Stories in Hindi

क्या बात हो गई आज भी नही आओगे क्या घर जमाई बनने का इरादा हैं क्या सासु माँ अलोक जी से फोन पर जोर जोर से बोल रही थी ताकी आवाज सीमा तक पहुंचे,सीमा खाना बनाने मे मगन थी मन मे चिंता तो हैं लेकिन घर की इतनी जिम्मेदारी हैं की कुछ भी सोचने का … Read more

सास का मयका- आराधना सेन : Moral Stories in Hindi

“अरे दीदी आ भी जाओ रज्जो आई हैं बार बार पुछ रही थी, बुआ कब आयेगी कितने दिन उनसे मिलना नही हुआ “माँ फोन पर बुआ से बात कर रही थी। रज्जो गर्मियो की छुट्टियो मे आई थी बुआ की प्यारी हैं रज्जो एक उम्र के बाद रज्जो बुआ की सहेली बन गई थी बुआ … Read more

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