अपनों से तो गैर भले – स्वाती जैंन

साहिल के  फोन की स्क्रिन पर किसी मोना नाम की लड़की के मैसेज का नोटिफिकेशन देखकर राखी से रहा नहीं गया और वह फोन हाथ में लेकर चेक करने लगी ! साहिल का फोन लॉक था और सहिल वैसे भी अपना पासवर्ड कभी राखी को बताता नहीं था मगर उपर आए नोटिफिकेशन में मोना का मैसेज नजर आ गया था जिसमें आई मिस यू लिखा था ! साहिल बेडरूम में ऑफिस जाने के लिए तैयार हो रहा था ! राखी ने साहिल से बात करने की कोशिश की मगर साहिल अपना फोन चार्जिंग से निकाल कर जल्दी जल्दी घर से निकल गया !

राखी की आंखों में आंसू देखकर सास राजुल जी बोली – क्या हुआ बहू ? सुबह सुबह रो क्यों रही हो ?

राखी बोली – मांजी , मुझे लगता हैं साहिल का कहीं बाहर अफेयर चल रहा हैं !

राजुल जी बोली – यह क्या कह रही हो बहू ?

मम्मी जी मैंने खुद साहिल के मोबाईल पर किसी लड़की मोना के मैसेज देखे हैं , जिस मैसेज से साफ साफ पता चल गया कि साहिल का किसी लड़की से चक्कर चल रहा हैं ! मैं यह सब बर्दाश्त नहीं कर सकती मम्मी जी !

राजुल जी अपनी बहू राखी को गुस्से से घूरते हुए बोली – तुम्हें शर्म नहीं आती इस तरह किसी का फोन चेक करते हुए ! साहिल अभी जवान हैं , उसके तो दिन हैं यह सब करने के ! तुम क्यों साहिल का फोन चेक करके अपनी ही गृहस्थी में आग लगाना चाहती हो ?ससुर जी किशन जी जो कि कुर्सी पर बैठे अखबार पढ़ रहे थे वे भी पत्नी का साथ देते हुए बोले बहू अपने पति को कभी भी बंदिश में रखने की कोशिश मत करो , उसे आजादी दो शायद हो सकता हैं तुम्हारी इन्हीं बंदिशों की वजह से वह तुमसे दूर होता जा रहा हो और हां तुम्हें उसका फोन चेक नहीं करना चाहिए था यह बहुत गलत किया तुमने , बोलकर वे न्यूज पेपर वहीं पटक कर बाहर चले गए !

राखी को अपने सास- ससुर से ऐसी उम्मीद बिल्कुल नहीं थी , जिस वक्त उसे किसी अपने के सहारे की जरूरत थी उस वक्त उसके सास- ससुर तो उसे ही गलत ठहरा रहे थे ! उसे सास- ससुर का ऐसा रवैया देख ओर रोना आ गया ! वह भरे गले से सासू मां से बोली – मांजी अपने सामने गलत होते देख क्या मैं अपनी आंखें बंद कर लूं ? मैं तो आपको यह सब इसलिए बता रही हुं ताकि आप अपने बेटे को समझाए !

राजुल जी बोली – बहु , साहिल अब कोई छोटा बच्चा तो नहीं हैं कि उसे समझाया जाए , मर्द हैं घर का और मर्दो की तो आदत होती हैं बाहर यह सब करने की , तू व्यर्थ ही अपनी जान जला रही हैं , मेरा कहना मान तो साहिल के मामलों में ज्यादा दखल अंदाजी मत कर और वह जो करना चाहे करने दे , तू तो चुपचाप बस घर संभाल , खुद भी खा- पी और हमें भी अच्छे से खिला- पिला ! वैसे भी अगर पति का अफेयर बाहर चल रहा हैं यह किसी पत्नी को पता चल भी गया तो वह बेचारी क्या कर सकती हैं , वह अपने पति का क्या बिगाड़ लेगी ? इससे अच्छा तो आंख पर  पट्टी बांधकर चुपचाप अपना काम करने में ही भलाई हैं इसलिए मेरी राय मान ओर चुप रहना सीख , अपनी गृहस्थी उजाड़ कर किसी का भला नहीं होता कभी ! तू बस आंख पर पट्टी बांधकर हमारी सेवा करती रह ! राखी बोली मांजी , अगर ससुर जी भी आपके समय पर कुछ ऐसा करते और आपके सास ससुर भी आपको ऐसा ही जवाब देते तो भी क्या आप चुपचाप मुँह बंद करके उनकी सेवा करती रहती ? क्या आपको तकलीफ नहीं पहुंचती ? 

मांजी जब अपने खुद पर बीतती हैं तभी इस बात का अंदाजा होता हैं कि कितना बुरा लगता हैं ? राजुल जी गुस्से में बोली – मेरे पति के बारे में उल्टा सीधा मत बोलो समझी !

राखी बोली – वाह ! मम्मी जी आप तो अपने पति के बारे में उल्टा सुन तक नहीं सकती और मैं अपने पति के बारे में सच्चाई जानने का भी अधिकार नहीं रखती !

यह सब सुनकर राजुल जी चुप हो गई ! राखी ने अपने कमरे में जाकर अपने माता- पिता को फोन किया , उसके पिताजी बोले – बेटा , तू फिक्र मत कर अगर साहिल की कोई भी गलती होगी तो हम उसे कभी माफ नहीं करेंगे , अपने माता- पिता का साथ पाकर राखी को थोड़ी राहत मिली ! शाम को जब साहिल घर आया तो राखी ने सीधे सीधे उससे सवाल पूछा – क्या तुम्हारा किसी के साथ अफेयर चल रहा हैं ? पहले तो साहिल थोड़ा सकपका गया फिर ढ़ीट बनकर बोला – हां चल रहा हैं मेरा अफेयर , क्या कर लोगी तुम ? पत्नी तो मेरी तुम ही कहलाओगी ना ! राखी बोली – मेरे होते तुम्हें किसी से बात करने की जरूरत ही क्या हैं , अफेयर चला कर शान से बोल रहे हो कि तुम्हारा अफेयर हैं ! साहिल बोला – बस ऐसे ही टाईमपास करने की आदत हैं मेरी ! मैं बस उसके साथ टाईमपास कर रहा हुं ! राखी ने एक जोरदार तमाचा साहिल के गाल पर जड़ दिया और बोली – मैं तुम्हारी जिंदगी से हमेशा के लिए जा रही हुं , फिर तुमको जिसके साथ टाईमपास करना हैं करो !

 साहिल बोला- मैंने आज तक तुम्हें किसी चीज की कमी होने दी हैं क्या ? तुम्हें जो चाहिए मैं लाकर देता हुं , बदले में तुम बस मेरे माता पिता और मेरी सेवा करती हो , क्या कमी हैं तुम्हें बोलो ?

राखी बोली – साहिल , मुझे बस वफादारी चाहिए , वह लाकर दे सकते हो क्या बोलो ? साहिल की नजरें शर्म से झुक गई ! राखी फिर गुस्से से बोली – मैं भी बाहर पराए मर्दो के साथ टाईम पास करूं तुम्हें चलेगा क्या ? तुम अपने घर की सारी जिम्मेदारियां मुझ पर डालके बाहर अय्याशी कर रहे थे , अब अपनी गर्लफ्रेंड से आकर कहना वह तुम्हारे माता- पिता और तुम्हारा घर संभाले , मैं यहां से जा रही हुं ! साहिल हक्का बक्का खड़ा था उसे नहीं पता था कि हमेशा खामोश रहने वाली उसकी पत्नी इतना बड़ा कदम भी उठा सकती हैं ! साहिल राखी से माफी मांगने लगा और उसे मनाने की कोशिश करने लगा मगर राखी बोली अगर यही गलती मैंने की होती तो क्या तुम कभी मुझे माफ कर पाते ! साहिल चुपचाप राखी को जाते हुए देखने लगा , वह कुछ नहीं कर पाया ! जल्दी ही राखी ने साहिल से तलाक ले लिया ! साहिल के घरवालों की बहुत बदनामी हुई , सभी रिश्तेदारों ने उनसे किनारा कर लिया ! कुछ रोज बाद साहिल ने अपनी गर्लफ्रेड़ मोना से शादी कर ली ! मोना कुछ दिन तो सीधी बनकर रही बाद में वह साहिल और उसके मम्मी- पापा को उंगलियों पर नचाने लगी ! दूसरी तरफ धीरे धीरे राखी ने भी अपने आप को संभाला , उसे कुकिंग में बहुत इंटरेस्ट था इसलिए उसने कुकिंग क्लास ज्वाइन कर ली ! कुकिंग काम्पेटिशन में वह पार्ट लेने लगी और ज्यादातर जगहों पर जाने लगी , एक बार बहुत बड़े लेवल के कुकिंग कॉम्पेटिशन में वह जीत गई और उसे एक बड़े रेस्टोरेंट में काम करने का ऑफर मिला , यह ऑफर वह ठुकरा नहीं पाई और उसने वहां हेड़ शेफ की नौकरी ज्वाइन कर ली ! धीरे धीरे राखी की पहचान रेस्टारेंट के मालिक राघव से हुई , राघव के पिताजी का कुछ साल पहले ही स्वर्गवास हुआ था तब से पुरा रेस्टारेंट राघव ही संभालता था ! राघव की प्रेमिका ने उसे धोखा देकर किसी ओर से शादी कर ली थी तब से राघव थोड़ा टूटा हुआ महसूस करता था !

दूसरी तरफ साहिल की नई पत्नी मोना ने साहिल और उसके माता- पिता के नाक में दम कर दिया था ! अब साहिल को अपनी पहली पत्नी राखी की बहुत याद आती थी मगर वह चाहकर भी कुछ नहीं कर सकता था ! राखी और राघव के बीच दोस्ती बढ़ने लगी , वे लोग साथ में घूमते , बातें करते जिससे राघव अब अपने आप को वापस खुश महसूस करने लगा था और वह राखी को पसंद भी करने लगा था !

एक बार राघव के जन्मदिन पर उसने राखी से शादी करने का प्रस्ताव रखा ! राखी बोली मै एक तलाकशुदा लड़की हुं , मैं तुम्हारे लिए सही नही हुं राघव ! राघव बोला – जो भी हुआ उसमें तुम्हारे पति की गलती थी , उसे तुम्हारी कद्र नहीं थी और अच्छा ही हुआ अगर तुम उस रिश्ते से बाहर नहीं निकलती तो मुझे कैसे मिलती ?

राखी शर्मा गई , राघव ने उसे अपने सीने से लगा लिया और जल्द ही दोनों ने शादी कर ली ! दोनों खुशी खुशी अपना जीवन जीने लगे , जब यह बात साहिल को पता चली तो साहिल अपना सिर पीटकर रह गया , उसने अपने हाथों से अपनी जिंदगी बर्बाद कर दी थी जिसकी सजा उसे आज भुगतनी पड़ रही थी ! साहिल मोना से इतना परेशान था कि ना उसे मोना के साथ रहते बन रहा था और ना वह मोना को छोड़ सकता था क्योंकि एक ओर बार तलाक लेना मतलब समाज में अपनी ही बदनामी करना था ! राघव ने राखी की जिंदगी खुशियों से भर दी थी ! दोनों साथ बहुत खुश थे ! राखी को सहिल ने जितना गम दिया था , वह राघव के प्यार ने भर दिया था !

दोस्तों , रिश्ते भरोसे , सम्मान और अपनेपन का सबसे बड़ा आधार होते हैं और जो लोग स्वार्थ और गलत रिश्तों को चुनते हैं वह धीरे धीरे अकेलेपन और डिप्रेशन का शिकार हो जाते हैं इसलिए रिश्तों में कभी भी स्वार्थ को प्राथमिकता ना दें !

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आपकी सहेली 

स्वाती जैंन !

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