एक आंख ना भाना – हेमलता गुप्ता

तनु को समझ नहीं आ रहा था उसकी मामी उसके साथ ऐसा व्यवहार क्यों कर रही है, 3 साल पहले तनु की मम्मी पापा की एक एक्सीडेंट में मृत्यु हो गई थी तब तनु 12वीं कक्षा में थी परीक्षा के बाद में तनु की मामी उसे अपने साथ ले आई तनु की मामी के दो बेटे थे

और मामी तनु को बचपन से ही बहुत प्यार करती थी लेकिन अचानक अब क्या हो गया तनु उन्हें एक आंख नहीं भाती थी, धीरे-धीरे तनु को महसूस हो रहा था कि शायद तनु का उनके दोनों बेटों से ज्यादा पढ़ाई में अब्बल होना उन्हें रास नहीं आ रहा था! एक दो महीने तक उन्होंने तनु को प्यार किया

किंतु धीरे-धीरे मामी की अपेक्षा  बढ़ने लगी, मामी सोचती की दिनभर लड़की पढ़ाई करती है लड़कियों को तो घर के कामों में बराबर से मदद करनी चाहिए हालांकि थोड़ा बहुत काम तनु करवाती  थी फिर भी एक समय ऐसा आया जब मामी उसके ऊपर घर का सारा काम डालने लगी

यहां तक की चिल्लाने और उससे झगड़ा करने लगी! मामा मामी को समझाते किंतु उन पर कुछ असर नहीं होता बल्कि  मामा के कहने पर और परेशान करती, अब मामी को वह बोझ लगने लग गई! एक दिन उसने अपनी मामी से पूछा …मामी आप मुझे वहां से लेकर ही क्यों आए थे

जब आपको इस तरह का व्यवहार करना था! दुनिया में कई बच्चे अनाथ होते हैं तो जैसे तैसे मैं भी अपना कुछ ना कुछ कर लेती, आप हर समय लड़ाई झगड़ा करना, मुझे ताने देना या मुझे अपने बच्चों से नीचे दिखाने की कोशिश करती हैं, अगर वाकई में आपको मुझसे शिकायत है

तो आप मुझे कहिए और अगर मैं आपको अच्छी नहीं लगती तो मैं आज ही अपने घर वापस चली जाऊंगी अब मैं इतनी समझदार तो हो ही गई हूं की अपना ध्यान खुद रख ही सकती हूं और मेरे मम्मी पापा इतना मेरे लिए छोड़कर भी गए हैं मैं अपना जैसे तैसे कर लूंगी और मामी मेरी वजह से आपको इतने सालों तक जो तकलीफ हुई है

मैं उसके लिए आपसे माफी मांगती हूं! तनु की बात सुनकर मामी को एहसास हुआ कि उसने वाकई में तनु के साथ गलत किया है वह तो उसे अपने दोनों बेटों की बहन बनाकर घर में लाई थी धीरे-धीरे वह ऐसी क्यों हो गई, तनु की जगह उसकी स्वयं की बेटी होती तो क्या वैसा करती?

उसे अपनी सोच पर बहुत शर्म आने लगी और उसने तनु से कहा.… तनु बेटा हो सके तो अपनी मामी को माफ कर देना मैं अपने बेटों के स्वार्थ में अंधी हो गई थी

तुम्हारी पढ़ाई में उन्नति देखकर तुम मुझे एक आंख नहीं सुहाती थी किंतु अब मैं तुमसे वादा करती हूं मैं तुम्हें अपनी बेटी की तरह रखूंगी, प्लीज तनु अपनी मामी को एक मौका देकर देखो और ऐसा कहकर उन्होंने तनु को अपने गले से लगा लिया और तनु  भी अपनी  मां समान  मामी से लिपट गई!

    हेमलता गुप्ता स्वरचित

      मुहावरा प्रतियोगिता (एक आंख ना भाना)  #एक आंख ना भाना

error: Content is protected !!