साज़िश – समिता बडियाल Moral Stories in Hindi
रीमा गुनगुनाती हुई अपने छोटे से बैग में कपडे डाल रही थी। उसकी माँ ने पूछा बेटा सारा सामान रख लिया ना कुछ और तो नहीं चाहिए। नहीं माँ सब हो गया , और हाँ कल सुबह ११-१२ बजे तक वापिस आ ही जाएंगे। आप परेशान मत होना। रीमा ने अपनी माँ से कहा और … Read more