अनकही गंध – डॉ० मनीषा भारद्वाज : Moral Stories in Hindi

सुबह का सूरज अभी आँखें मल ही रहा था। हवा में कसैली सर्दी और डीजल इंजनों की तीखी गंध घुली हुई थी। छोटे से शहर के स्टेशन पर, प्लेटफॉर्म नंबर दो के पास, करमचंद का चाय का ठेला जैसे सिसकती हुई दुनिया में एक ऊष्मा का केंद्र था। उसके बर्तनों से निकलती भाप, जीवन की … Read more

ईर्ष्या – नीलम शर्मा : Moral Stories in Hindi

रामलाल जी एक रिटायर्ड अध्यापक थें। उन्होंने अपने अध्यापन के कार्यकाल में कितने ही बच्चों की पढ़ाई का खर्चा भी उठाया था। जो बच्चे स्कूल की फीस भरने में सक्षम नहीं थे। पढ़ाई में कमजोर बच्चों को भी कक्षा से अलग भी पढ़ा देते थे। स्कूल के बच्चे उनका बहुत सम्मान करते थे। कई बच्चे … Read more

 “जहाँ दीवारें मुस्कुराती हैं” – रेखा सक्सेना : Moral Stories in Hindi

श्रेया और विभोर की शादी कॉलेज लव स्टोरी का हैप्पी एंडिंग थी। दोनों ने ज़िंदगी का नया सफर बड़े जोश और उमंग से शुरू किया। शादी के बाद कुछ समय घूमने-फिरने में बीता, फिर दोनों अपनी-अपनी मल्टिनेशनल कंपनियों की जिम्मेदारियों में लौट आए। पुणे में उन्होंने एक खूबसूरत सा बड़ा फ्लैट किराए पर लिया था। … Read more

नज़र का टीका – रोनिता कुंडु : Moral Stories in Hindi

अरे काजल! यह रंग की साड़ी ले आई तुम? तुम्हारे रंग को यह जचेगी नहीं, यह तो मेरे जैसी गोरी चिट्टी रंग पर फबेगी, कम से कम एक बार अपने ऊपर लगाकर तो देख लेती खरीदने से पहले? तुम्हारे माता-पिता ने बड़े सोच समझकर तुम्हारा नाम रखा है  जैसा नाम वैसी सूरत, पता नहीं देवर … Read more

बहू मुझे तुमसे ईर्ष्या होती हैं। – अर्चना खण्डेलवाल : Moral Stories in Hindi

शकुन्तला जी मंदिर से पूजा करके उठी और रसोई में आकर चाय का कप लिया और पीने लगी, चाय उन्होंने पहले ही दो कप बनाकर रख दी थी,अपने पति ओमी जी को चाय का प्याला देकर वो मंदिर में पूजा करने चली गई थी, कभी गर्म चाय पी ही नहीं थी तो अब आदत ही … Read more

अंधी दौड़ – रश्मि झा मिश्रा  :

Moral Stories in Hindi “सुबह से चार घंटे हो गए… अभी तक एक भी ढंग का वीडियो नहीं बन पाया यार… आज का वीडियो थीम ही बीच साइड का था…!” ” एक काम कर ना… चल कहीं और बनाते हैं… बैकग्राउंड डाल देंगे…!” ” रियल नहीं लगेगा ना… ऊपर से मम्मी यार… बार-बार फोन करके … Read more

ईर्ष्या – उमा वर्मा : Moral Stories in Hindi

 कुल उन्नीस साल की थी मै जब ब्याह कर ससुराल आई तो मुँह दिखाई की रस्म के बीच ही एक आठ साल के बच्चे को मेरी सासूमा ने आगे करके कहा कि लो यह तुमहारा बेटा है ।और अचानक ही मेरा हाथ उठ गया था उसपर ।मैंने एक झन्नाटेदार थप्पड़ मारा उसे ।नहीं यह कैसे … Read more

समय की माँग – ज्योति आहूजा : Moral Stories in Hindi

पीयूष और मेघा दोनों पति-पत्नी हैं। दोनों की शादी को 10 वर्ष बीत चुके हैं। पीयूष नौकरी के चलते अपने माता-पिता से दूर पत्नी मेघा और दो बच्चों सोहम एवं समायरा के साथ अलग शहर में रहता है। बेटा सोहम आठ साल का और बेटी समायरा एक साल की है। कई दिनों से पीयूष और … Read more

“जहाँ दीवारें मुस्कुराती हैं” – रेखा सक्सेना : Moral Stories in Hindi

श्रेय और विभोर की शादी कॉलेज लव स्टोरी का हैप्पी एंडिंग थी। दोनों ने ज़िंदगी का नया सफर बड़े जोश और उमंग से शुरू किया। शादी के बाद कुछ समय घूमने-फिरने में बीता, फिर दोनों अपनी-अपनी मल्टिनेशनल कंपनियों की जिम्मेदारियों में लौट आए। पुणे में उन्होंने एक खूबसूरत सा बड़ा फ्लैट किराए पर लिया था। … Read more

परछाइयों की तासीर – प्रियंका सक्सेना : Moral Stories in Hindi

एक ही चेहरे की दो परछाइयां —मेधा और नेहा। जुड़वाँ बहनें थीं, एक ही दिन, एक ही समय, एक ही कोख से जन्मी थीं, पर फिर भी ज़िंदगी ने उनके लिए राहें अलग-अलग लिख दी थीं। उन दोनों के  स्वभाव, व्यक्तित्व और जीवन के प्रति दृष्टिकोण में ज़मीन-आसमान का अंतर था।    नेहा—चमकदार गौरवर्ण त्वचा, सिल्की … Read more

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