आसमान पर उड़ना – डा० विजय लक्ष्मी : Moral Stories in Hindi

संध्या को छत पर पतंगें उड़ रही थीं, और बीच में खड़ी थी नेहा — पूरे घर का सितारा। मॉडलिंग प्रतियोगिता की विजेता, कॉलेज की स्टार और सोशल मीडिया सेंसेशन। घर और रिश्तेदारों  की जुबान में उसकी ही चर्चा थी, पर अब उसके अंदर घमंड घर करने लगा था। उसकी छोटी बहन दीक्षा, जो पढ़ाई … Read more

हाथ का मैल – विभा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

 ” दीदी..इसमें कंजूसी की क्या बात है..मोजे तो ठीक ही हैं, बस ज़रा इलास्टिक ही तो…।फिर बेटी स्कूल पढ़ने जाती है,मोजे दिखाने तो नहीं..।” मालती अपनी जेठानी सुलेखा को समझाने लगी लेकिन हमेशा की तरह सुलेखा ने उसकी बात को अनसुना कर दिया।         सुलेखा का मायका धनाड्य था और पति महेश एक व्यवसायी।पैसे की कमी … Read more

” बहु यह मत भूलो कि भगवान सब देखता है!!” – एकता बिश्नोई : Moral Stories in Hindi

“यह क्या रोज-रोज इतना तला भुना खाना बना लेती हो?अब इस उम्र में ये सब चीजें हमसे हजम नहीं होती। तुम्हें तो पता है तुम्हारे बाबूजी को डॉक्टर ने बिल्कुल हल्का-फुल्का खाना बता रखा है, फिर भी तुम रोज ही इतना गरिष्ठ खाना बना लेती हो,कभी तो कुछ हमारे हिसाब से भी बना दिया करो … Read more

कांधे पिता के – लतिका श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

सभी यात्रियों से अनुरोध है सुरक्षा पेटी बांध लें।हमारा वायुयान उड़ान भरने वाला है… एयरहोस्टेस की मीठी आवाज सुन सुधा ने जल्दी से अपनी सीट की बेल्ट ढूंढी और लगाने की कोशिश करने लगी लेकिन बढ़ती घबराहट से उसे बेल्ट कसने में दिक्कत आने लगी…सहसा उसे वह दिन याद आ गया…! गांव की प्राथमिक पाठशाला … Read more

कठपुतली – लक्ष्मी त्यागी : Moral Stories in Hindi

बहु ओ  बहु !जाओ, चाय बना कर ले आओ ! मिसेज शर्मा आई हैं,शकुंतला देवी ने वहीं से बैठे -बैठे तेज स्वर में अपनी बहु को आवाज देकर कहा।   जी मांजी, कहकर देवयानी गैस के चूल्हे पर चाय चढ़ा देती है, देवयानी की सास शकुंतला देवी सारा दिन पलंग पर बैठी रहती है, और देवयानी … Read more

कठपुतली – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

आप के इस तरह से चिंता करने से क्या रजत जल्दी आ जाएगा शांति से बैठ जाइए और खाना खा लीजिए, छोटा बच्चा नहीं है रजत, अरे ऑफिस से निकलते निकलते थोड़ी देरी हो ही जाती है और आप तो सब्र ही नहीं करते! हां पागल हूं मैं सब्र नहीं करता एक घंटा देर से … Read more

रिश्तों की मर्यादा – सीमा सिंघी : Moral Stories in Hindi

मेरी कहानी बनारस के गंगा घाट के इर्द गिर्द घूमती है ! जहाँ भोले नाथ का वाश है! मै बचपन से ही सपने में बनारस के गंगा घाट के सपने देखा करती थी ! मुझे अक्सर ऐसा लगता था जैसे मै बनारस पहुँच गयी हूँ और गंगा घाट पर मै सुबह से उनकी सीढ़ियों पर … Read more

देखो तुम्हारी चिंता जायज तो है – सीमा सिंघी : Moral Stories in Hindi

 आज अमन ऑफिस जाने के तकरीबन दो घंटे बाद ही पूरा परेशान हो चुका था ! वजह थी कभी उसके फोन का आना, कभी पेपर वर्क पूरा करवाने के लिए उसके स्टाफ का आना, कभी  लैपटॉप में अपनी फाइल चेक करना,एक फोन पर बात कर के रखते ही तुरंत दूसरे फोन के आ जाने से … Read more

“चुप्पी के पार” – ज्योति आहूजा : Moral Stories in Hindi

रश्मि की सुबह अलार्म से नहीं, ज़िम्मेदारियों से शुरू होती थी। पाँच बजते ही दिन उसके इशारों पर नहीं, वो दिन के इशारों पर चलने लगती। राकेश की चाय, बच्चों का टिफ़िन, कपड़े प्रेस करने से लेकर नाश्ते तक — हर चीज़ समय से। लेकिन एक काम था जिसे उसने खुद से थोड़ा अलग रखा … Read more

वो एक पल – रवीन्द्र कान्त त्यागी : Moral Stories in Hindi

आज पैंतीस साल बाद अलवर की जमीन पर पांव रखने का सौभाग्य मिला था। मेरा हायर सेकेंडरी का परिणाम आने के पहले ही पिताजी का अलवर से भोपाल ट्रांसफर हो गया था। वहां से बीटैक करने के बाद मैं ऑस्ट्रेलिया चला गया था। फिर जीवन का एक लंबा अरसा सीमेंट व  लोहे के अनुपात और … Read more

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