अंगारे उगलना – प्रीती श्रीवास्तवा : Moral Stories in Hindi
रूपा किचन में खड़े-खड़े अपने आंखों से बहते हुए आंसुओं को रोकने की कोशिश कर रही थी ,लेकिन यह आंसू रुक ही नहीं रहे थे और रूपा सोच रही थी कि उसका पति आदित्य अगर आज जिंदा होता तो कितना अच्छा होता उसे इतनी सारी बातें नहीं सहनी पड़ती ….| रूपा निम्न मध्यम वर्ग परिवार … Read more