सासूमाँ के साथ उनका हुनर भी चला गया – संध्या त्रिपाठी : Moral Stories in Hindi

         कसम से माँ जी क्या जैम बनाईं हैं आप ……मैंने तो जिंदगी में इतना टेस्टी जैम नहीं खाया ….वो भी अमरूद का …..!! आपके हाथों में जादू है माँ जी , जादू …..। अपनी सासू माँ की तारीफ करते नहीं थक रही थी रोली …… !!          सच ही तो है जया देवी को जेली , … Read more

कठपुतली – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral Stories in Hindi

******** जूही ने सोचा भी नहीं था कि उसकी जिन्दगी इस तरह बदल जायेगी। उसके जीवन से तो प्यार, स्नेह और अनुराग सब समाप्त हो गया था। उसे विश्वास नहीं हो रहा था कि वह कठपुतली से एक जीवित युवती के रूप में कैसे बदल गई? पिता की एक छोटी सी दुकान थी। बचपन से … Read more

कान भरना – चंचल जैन : Moral Stories in Hindi

“मीनू की मम्मी देखा, जब से अमित विदेश गया है, आपकी बहू उर्मी कभी इसके साथ, कभी उसके साथ खिलखिलाती घूमती है।” ” मूवी, कभी बाजार। थोडी बहुत लाज शरम है या नहीं।” ” गुडिया को दादी के भरोसे छोड जाती है। आप सब झेल लेती हो। अकेली पता नहीं कहां कहां भटकती है।” मीनू … Read more

ज़िन्दगी का मर्म – अर्चना सिंह : Moral Stories in Hindi

राजस्थान का एक जिला…”नागौर’ !  इस जिले के छोटे से गाँव परबतसर में राजन अपने परिवार के साथ रहता है । बहुत धनी सम्पन्न तो नहीं लेकिन  इतना जरूर है कि अपनी कड़ी मेहनत से परिवार का भरण – पोषण कर सके और घर आए मेहमानों को भी एक वक्त की रोटी खिला सके । … Read more

कीमत – बीना शर्मा : Moral Stories in Hindi

“अब देखो मुझे देखकर तुमने फिर से रोना शुरू कर दिया रोज-रोज मेरे सामने रोने का नाटक मत किया करो नहीं तो मैं आज के बाद तुमसे मिलने नहीं आया करूंगा” अमित अपने बड़े भाई सुमित से बोला तो सुमित दुखी स्वर में अमित से बोला “भाई तुझे मेरा रोना नाटक दिखता है अरे पत्नी … Read more

क्या तुम्हारा बच्चा अनोखा है? – रेखा सक्सेना : Moral Stories in Hindi

रीमा एक पढ़ी-लिखी, समझदार और संस्कारी लड़की थी जिसकी शादी एक बिजनेसमैन अर्जुन से हुई। अर्जुन का अधिकतर समय शहर से बाहर मीटिंग्स में बीतता। ससुराल में रीमा के साथ सास, ससुर, दो कॉलेज जाती ननदें और एक देवर रहते थे। रीमा ने कभी किसी बात की शिकायत नहीं की, ससुराल को अपना घर समझ … Read more

चुगलखोरनी – रेनू अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

— रीना सुबह से काम में लगी हुई थी। सबका चाय-नाश्ता बनाने के बाद जैसे ही वह निकली, देखा कि उसकी ननद सास के पास बैठकर धीरे-धीरे कुछ कह रही थी। रीना समझ गई थी, उसी का जिक्र हो रहा होगा। क्योंकि जब भी उसकी ननद ससुराल से आती है, अपनी मां का कान भरती … Read more

अपने काम से काम रखो – विमला गुगलानी :

“नमस्ते ममी, कैसी हो, क्या हाल है आपकी बहूरानी के, आ गए दोनों हनीमून से”           शिखा ने घर में घुसते ही मां से पूछा। “ हाँ, आ गए तेरे भैया भाभी, और आज दोनों काम पर भी गए, थके हुए तो थे, पंरतु छुट्टियां भी खत्म हो गई थी तो जाना ही पड़ा, एक अच्छी … Read more

कठपुतली का खेल – निशा जैन : Moral Stories in Hindi

आज मीता बहुत खुश थी अपने मायके जो आई थी ।पीहर में आने का एक अलग ही सुख होता है और जब पुरानी सहेलियों से मिलन हो जाए तो कहने ही क्या खूब गप्पे लड़ना, चिंता फिकर सब छोड़ बचपन की यादों को ताजा करना एक अलग ही सुख देता है ,ससुराल में काम करके … Read more

स्वार्थी सासु – भगवती सक्सेना गौड़ : Moral Stories in Hindi

रमोला और अमन की दोस्ती धीरे धीरे परवान चढ़ी और एक दिन भी बिना मिले, दोनों रह नहीं पाते थे। दसवीं तक रोज पढ़ाई लिखाई भी एक साथ करते। और 1995 के समय में आज की तरह खुल्लमखुल्ला इश्क की बातें नही कर सकते थे। अमन इंजीनियरिंग पढ़ने मुम्बई चले गए और रमोला उसी शहर … Read more

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