रिश्तो की मर्यादा सदा याद रखना – गीता वाधवानी : Moral Stories in Hindi

    गहन दुख और पीड़ा के इस क्षण में होते हुए भी नीतू इस बात पर हैरान थी कि ऐसे दुख के समय में उसके नंदोई घर के एक कोने में जाकर किसी से खूब हंस-हंसकर बात कर रहे थे।         फिर वह इस बात को जल्दी ही भूल भी गई क्योंकि अपने पति राजेश को खो … Read more

साहस – डाॅ उर्मिला सिन्हा : Moral Stories in Hindi

   विषम परिस्थितियों का झोंका एक के बाद जब बर्दाश्त से बाहर हो गया तब गौरी ने अपनी सहेली उमा के घर का रुख किया।  गौरी को अचानक अपने सामने देख उमा के  खुशी का पारावार न रहा,” ये आज सूरज किधर से निकला।” पंखे के नीचे इत्मीनान से बैठ कर गौरी ने फरमाइश की, ” … Read more

“बहू यह मत भूलो कि भगवान सब देखता है !!” – ब्रज बिहारी सिंह : Moral Stories in Hindi

सुलोचना आज बहुत खुश थी  कि उसे एक सुन्दर, रूपवती, गुणवती बहू मिली है । आज अपने इकलौते बेटे की शादी बड़ी धुमधाम से कर अपनी सबसे बड़ी जिम्मेवारी पूरी कर ली है । परिवार के सभी आगन्तुक बहुत प्रसन्न थे।आज उन्हें सुलोचना द्वारा एक आकर्षक  गिफ्ट प्राप्त हुई थी ।                   दिन बीतते गए । … Read more

मॉ बाप – एम पी सिंह : Moral Stories in Hindi

रोहित जी के 2 बेटे थे, अमित ओर सुमित।बडा बेटा अमित दिल्ली में बड़ी कंपनी में अच्छी पोस्ट पर था और अपनी पत्नी और बेटे के साथ रहता था। अमित की पत्नी भी नोकरी करती थी, कमाई ओर खर्चे में किसी प्रकार की कोई कमी नही थी। सुमित अपनी मॉ, पत्नी ओर बेटे के साथ … Read more

रिश्तों की मर्यादा – अमित रत्ता : Moral Stories in Hindi

दोस्तों के साथ नाईट क्लब में छोटे छोटे कपड़ों में बैठी पारुल ने अपनी टीशर्ट का गला  पकड़ते हुए ऊपर उठाया और एक सेल्फी ली जिसमे उसके चार दोस्त शराब की बोतल चिकन चखना इत्यादि दिख रहा था। उसने फ़ोटो इंस्टाग्राम पे अपलोड करते हुए अपने पापा अपने भाई और कुछ दोस्तों को किया टैग … Read more

अपना अपना भाग्य – लतिका पल्लवी : Moral Stories in Hindi

भागो,बहू कहाँ हो सब? कोई सुन क्यों नहीं रहा? इस बुढ़िया को कोई एक लोटा पानी देगा? बूढ़ी दादी अपनी बहू और पोती को पानी के लिए आवाज लगा रही थी, पर कोई सुन नहीं रहा था। दादी को तीन दिन से बुखार था इसलिए वे बहुत कमजोर हो गईं थी। उन्हें चलकर रसोई मे … Read more

रिश्तो की मर्यादा – नीलम शर्मा : Moral Stories in Hindi

नीलिमा बेटा इधर आओ, देखो कौन आया है। नई नवेली दुल्हन नीलिमा अपनी सास सीमा जी की आवाज सुनकर हॉल में पहुंँची। वहाँ उसी की हमउम्र एक सुंदर सा लड़का हॉल में सीमा जी के पास बैठा हुआ था। देखो बेटा यह मेरी बड़ी बहन का बेटा समीर है। यह शादी में नहीं आ पाया … Read more

कैसी मर्यादा रिश्तों की – डा० विजय लक्ष्मी : Moral Stories in Hindi

रात का तीसरा पहर था।घर के हर कोने में सन्नाटा था… पर एक कोना अब भी जाग रहा था — सर्दी के दिन थे जानकी की आंखों से नींद कोसों दूर थी। तसले में जलती कोयले की आंच धीमी हो चुकी थी और पास ही बैठी जानकी की आंखें बुझी हुई राख जैसी लग रही … Read more

आज की नारी – कमलेश राणा : Moral Stories in Hindi

रिया बहुत ही प्यारी लड़की थी। एकदम रुई के फाहे जैसी सॉफ्ट स्किन,उस पर गुलाबी रंगत लिए हुए गोरा रंग और घुटनों से लंबी चोटी किसी को भी बार – लुभाने के लिए पर्याप्त थी।  मॉडर्न कपड़े पहनने का उसे गज़ब का शौक था वो जो पहन ले वही उस पर जंचता था फिर चाहे … Read more

मेरा बच्चा खाता ही नहीं – जया शर्मा : Moral Stories in Hindi

मिश्री, आओ सेव खा लो, मैंने अपनी दो साल की बेटी को आवाज़ लगाई. मेरी नटखट तूफान जैसी बेटी दौड़ते हुए आई और सेव देखते ही अपो अपो (Apple बोलने की कोशिश) कहकर मेरे हाथों से प्लेट ले कर सामने ही सोफ़े पर बैठ कर सेव खाने लगी. मेरी पड़ोसन शिल्पा भी वहां बैठी थी। … Read more

error: Content is protected !!