प्रामिस – करुणा मलिक : Moral Stories in Hindi

माही ! चल कल मूवी देखने चलते हैं…. पूरे एक महीने से मैं  कोई मूवी देखने बाहर नहीं गई ।  पर सृष्टि, कल तो बुआजी की बड़ी बेटी राधा दीदी तुमसे मिलने आ रही है ….. मुझसे मिलने ? पर अभी महीना भर पहले सभी रिश्तेदार मिले तो थे शादी में ।  नहीं…. राधा दीदी … Read more

बड़प्पन – विभा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

   ” भाभी..बच्चे हैं…आपस में झगड़ते हैं और पल भर में सुलह भी कर लेते हैं।आप बिना बात के ही इतना…।” मिनी अपनी भाभी को समझाने का प्रयास कर रही थी कि बीच में ही उसकी भाभी नंदा लगभग चीखते हुए बोली,” बच्चे हैं तो क्या..आखिर मेरा अंश उससे बड़ा है…इस रिश्ते का तो उसे ख्याल … Read more

मां का घर – डॉ कंचन शुक्ला : Moral Stories in Hindi

दिशा बहुत ही स्वार्थी और दोहरे चरित्र की लड़की थी ये गुण उसे उसकी मां माया से मिला था दिशा के पिता एक आफिस में क्लर्क थे वो बहुत ही ईमानदार और अच्छे इंसान थे लेकिन उनकी पत्नी माया बहुत ही लालची और स्वार्थी औरत थी उसने अपनी बेटी को भी अपने जैसा बना दिया … Read more

स्वार्थी मां – डॉ कंचन शुक्ला : Moral Stories in Hindi

” मेरी इच्छाओं,मेरी खुशियों का क्या मां?? क्या मेरे प्रति आपकी कोई जिम्मेदारी नहीं है आपके लिए सिर्फ रवि और काजल ही आपके बच्चे हैं मैं सिर्फ पैसा कमाने की मशीन हूं जो आपकी और आपके बेटे बेटी की जरूरतों को पूरा करतीं रहूं, मैंने शादी क्या कर ली आपका सारा प्यार हवा हो गया।बाहर … Read more

कर्म – खुशी : Moral Stories in Hindi

नंदिनी और आनंद दोनो पति पत्नी थे।आनंद जब बहुत छोटे थे तभी उनके माता पिता का एक दुर्घटना में निधन हो गया तो उनकी परवरिश उनके मामा राजेंद्र जी के घर हुई।मामा आनंद को बहुत प्यार करते थे और जब तक नानी थी तो कोई कमी महसूस ना हुई।मामी दिल की अच्छी थी पर कड़क … Read more

फर्स्ट इम्प्रैशन – रवीन्द्र कान्त त्यागी : Moral Stories in Hindi

दूल्हे का छोटा भाई चेतन और उसकी यार चौकड़ी, बड़े भैया की शादी के पूरे आनंद अपने हृदय में और यादों में समेट लेना चाहते थे. हॉस्टल के नीरस जीवन से निकलकर बड़े भाई की शादी में मित्रों के साथ आये चेतन के लिए बड़े भैया की शादी, धमाचौकड़ी मचाने, लड़कियों को छेड़ने और तरह … Read more

पट्टी पढाना! – लक्ष्मी त्यागी : Moral Stories in Hindi

सुलेखा शीघ्र ही, अपने घर पहुंच जाना चाहती थी, वह चाहती थी कि नवीन के घर आने से पहले ही, वह घर अपने घर पहुंच जाए किंतु आते समय ,कोई ऑटो नहीं मिला,और रास्ते बहुत भीड़ भी थी इस कारण से उसे देर हो गई। मन में अनेक चिंताएं घर कर गई थीं।  नवीन आएंगे … Read more

बहू यह मत भूलो कि भगवान सब देखता है – सीमा सिंघी : Moral Stories in Hindi

 लोकेश जी अपनी पत्नी को दुल्हन बनी देख मुस्कुरा कर कहने लगे। उर्मिला जी आज आप कहां बिजली गिराने जा रही हैं?यकीन मानो आप आज भी उतनी ही खूबसूरत लग रही हैं ।जितनी मैं आपको ब्याह कर लाया था। उस वक्त आप लगती थी।  लोकेश जी की बात सुनकर उर्मिला जी शर्मा उठी और कहने … Read more

रिश्तों की मर्यादा – डाॅ संजु झा : Moral Stories in Hindi

शाम का समय है। पल-पल आसमान में मौसम अपना रंग बदल रहा है। आसमान का रंग सिन्दूरी हो चला है। सामने सड़क के पार गुलमोहर और पीपल के वृक्षों पर अस्ताचलगामी सूर्य जाते-जाते अपनी सुनहरी आभा से उसे नहला रहें हैं। पक्षी अपने घोंसलों में लौटकर वृक्षों पर कोलाहल मचाऍं हुए हैं। आसमान में झुण्ड … Read more

रिश्तों की मर्यादा – के कामेश्वरी : Moral Stories in Hindi

संजना और आनंद का इकलौता बेटा पियूष है……  जो इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करके……  एक मल्टीनेशनल कंपनी में कार्यरत है । जैसा कि हम जानते हैं …… बच्चा नौकरी करने लगता है …… तो रिश्तों की लाइन लग जाती है…….  वैसे ही संजना और आनंद से भी लोग पूछते हैं …….. कि आपको किस तरह … Read more

error: Content is protected !!