पदमा के पिता की मृत्यु बचपन में हो गई थी माँ कमला ने ही रेलवे में नौकरी करते हुए अपनी दोनों बेटियों को पाला था ।
पदमा की शादी जयपुर में नौकरी करने वाले एक वकील प्रदीप से हुई । प्रदीप की तीन बहनें हैं तीनों बहनें पदमा से प्यार करती थीं । वे तीनों अक्सर मायके आती रहती थीं । पदमा से जब भी फोन पर बात होती थी उसके मुँह से ननंदों के आने की खबर मिलती थी उनका इस तरह पदमा के घर आना कमला को पसंद नहीं आया ।
जब पदमा मायके गई तब कमला उसे उल्टी पट्टी पढाने लगी कि उन्हें दूर रखा कर इस तरह से सर पर मत चढ़ा । पदमा माँ की बातों से सहमत नहीं हुई । उसने माँ से कह दिया कि सॉरी माँ मैं अपने घरवालों से बहुत खुश हूँ प्लीज मुझे मेरे हाल पर छोड़ दीजिए आगे कभी मुझे इस तरह पट्टी मत पढ़ाइए ।
के कामेश्वरी