मैं भाग्यशाली हूं – गीता वाधवानी : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : पार्क के गेट के सामने एक कार आकर रुकी और उसमें से एक बुजुर्ग उतरे और पार्क के अंदर आ गए। कार में से एक नौजवान ने उनको बाय-बाय किया और कर आगे बढ़ गई।  ऐसा तीन दिन से हो रहा था और रमन जी यह नोटिस कर रहे थे … Read more

आखिर जलन क्यों? – प्राची अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

रिया खुशी से चिल्लाते हुए घर में घुसी। मम्मी-मम्मी, “मेरे इंटर मीडिएट की परीक्षा में 98% मार्क्स आए हैं। मम्मी अब मैं मेडिकल की तैयारी करूंगी। मुझे नीट की परीक्षा क्लियर करनी हैं।” मम्मी सुनते ही खुश होकर बोली,”भगवान का बहुत-बहुत धन्यवाद। पर बेटा इसके लिए तो तुझे कोचिंग करनी पड़ेगी। यहाँ तो साधन भी … Read more

गर्व –   मंजु ओमर  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : जननी को अपने दोनों बेटों पर बड़ा घमंड था। दोनों बेटों का आई आई टी में सलेक्शन हो गया था। हालांकि दोनों की कोई अच्छी रैंक नहीं आई थी बेटों की बहुत पीछे था । कोई मनपसंद कोर्स मिल नहीं रहा था ।बनारस में दाखिला मिल पाया था। पहले तो … Read more

तुम पर नाज़ है –   विभा गुप्ता  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : शहर के जाने-माने बिजनेसमैन श्री डी• एल• ताल्लुकदार यानि देवीलाल ताल्लुकदार के आवास ‘ दुर्गा निवास ‘ के लाॅन में बड़ी पार्टी आयोजित की गई थी।वज़ह दो थी, एक उनके बड़े सुपुत्र सुमित को ‘ बिजनेसमैन ऑफ़ द ईयर ‘ के पुरस्कार से नवाज़ा गया था और दूसरा आज उसकी … Read more

अंतर्मन की लक्ष्मी ( भाग – 44) – आरती झा आद्या : Moral Stories in Hindi

जब हैप्पी बर्थडे के शोर ने घर को आवृत्त किया, विनया मनीष के बगल में आकर शर्मीली सी मुस्कान लिए हुए उस विशेष क्षण की ओर देख रही थी। शर्मीली मुस्कान के साथ उसकी आँखों में चमक थी, जो बता रही थी कि यह छोटा सा क्षण उसके लिए कितना महत्वपूर्ण था। संपदा विनया की … Read more

कब कौन किस मोड़ पर मिल जाए – कामिनी मिश्रा कनक : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : अगर आपके सर पर भी जुनून सवार है , कुछ करने कि तो एक दिन जीत जरूर हासिल करोगे । उस दिन उस मोड पर उस बच्ची में जुनून देखकर मैं हैरान हो गया…….. न जाने कब कौन किस मोड़ पर मिल जाए यह कोई नहीं जानता है ऐसा ही … Read more

गर्व – वीणा सिंह  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : कामकाजी महिला होने के नाते फूल पौधों के लिए वक्त निकालना बहुत मुश्किल हो रहा था और  ये शौक जुनून की हद तक था इसलिए दस साल से मनोहर चाचा को माली के काम के लिए रखा था… बिल्कुल परिवार के सदस्य जैसा हो गए थे..          पास के गांव में … Read more

कुछ कहते रहिए (भाग 2)- लतिका श्रीवास्तव 

मां खुश नहीं है मेरी इस बात से…! पर खुश क्यों नहीं हुई मैने तो सोचा था उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहेगा खूब सारी बातें पूछेगी मेरे से….जैसे कि हमेशा करती आई है….अगर खुश होती तो हमेशा की तरह ये बात खुद ही पापा से बताती मुझे बताने के लिए नहीं कहती..!!आज पहली बार … Read more

कुछ कहते रहिए (भाग 1)- लतिका श्रीवास्तव 

हेलो बेटा हेलो….शैलजा जी मोबाइल पर कहती जा रही थीं….पर शायद उधर से कोई उनकी बात सुनकर भी अनसुना करता जा रहा था….मनोहर जी के गुस्से का  पारा बढ़ता जा रहा था….क्या हो गया है इसे जवाब क्यों नहीं देता हम लोगों की बात ही नही सुनता …इतना व्यस्त हो गया है वहां जाकर..!!जब से … Read more

नफरत की दीवार ( भाग – 2)- माता प्रसाद दुबे

“बहुत खुशी की बात है बेटा! मैं बहुत खुश हूं,जा अपनी भाभी और भैया को भी यह खुशखबरी दे दे?”मालती देवी दिनेश को निर्देश देते हुए बोली।”अरे मम्मी! तुम ही बता देना अभी मैं काम से जा रहा हूं?”कहकर दिनेश वहां से चला गया। मालती देवी दिनेश की मनोभावना को समझते हुए चुपचाप उसे घर … Read more

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