कुछ कहते रहिए (भाग 2)- लतिका श्रीवास्तव 

मां खुश नहीं है मेरी इस बात से…! पर खुश क्यों नहीं हुई मैने तो सोचा था उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहेगा खूब सारी बातें पूछेगी मेरे से….जैसे कि हमेशा करती आई है….अगर खुश होती तो हमेशा की तरह ये बात खुद ही पापा से बताती मुझे बताने के लिए नहीं कहती..!!आज पहली बार … Read more

कुछ कहते रहिए (भाग 1)- लतिका श्रीवास्तव 

हेलो बेटा हेलो….शैलजा जी मोबाइल पर कहती जा रही थीं….पर शायद उधर से कोई उनकी बात सुनकर भी अनसुना करता जा रहा था….मनोहर जी के गुस्से का  पारा बढ़ता जा रहा था….क्या हो गया है इसे जवाब क्यों नहीं देता हम लोगों की बात ही नही सुनता …इतना व्यस्त हो गया है वहां जाकर..!!जब से … Read more

नफरत की दीवार ( भाग – 2)- माता प्रसाद दुबे

“बहुत खुशी की बात है बेटा! मैं बहुत खुश हूं,जा अपनी भाभी और भैया को भी यह खुशखबरी दे दे?”मालती देवी दिनेश को निर्देश देते हुए बोली।”अरे मम्मी! तुम ही बता देना अभी मैं काम से जा रहा हूं?”कहकर दिनेश वहां से चला गया। मालती देवी दिनेश की मनोभावना को समझते हुए चुपचाप उसे घर … Read more

नफरत की दीवार ( भाग – 1)- माता प्रसाद दुबे

जीवन के पैंसठ बसंत देख चुकी मालती देवी के पास सब कुछ था सिर्फ जीवन साथी को छोड़कर जो एक दशक पहले उसका साथ छोड़ चुके थे। रहने के लिए आलीशान घर दो बेटे रमेश, दिनेश,दो बहुएं,आरती,निशा, बड़ी बहू आरती के दो बच्चे आयुश,प्रीति,छोटी बहू निशा एक वर्ष पहले ही उसके छोटे बेटे दिनेश की … Read more

साकार हुआ सपना – प्रियंका सक्सेना : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : “पायल, दीपक की रैक के पास खड़ी होकर क्या कर रही है? जल्दी झाड़ू खत्म कर लें। पोंछा रहने देना, इसके बाद चाय नाश्ता कर लेना।” सुधा ने दीपक के किताबों के रैक के पास खड़ी पायल से कहा जो किताबों को निहार रही थी। “जी, भाभी आई।” पायल ने … Read more

एक गर्व ऐसा भी -बालेश्वर गुप्ता  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : जय श्री राम के उदघोष से मवाना कस्बे का वातावरण गुंजायमान था।एक अजीब सा उत्साह और अपनी अस्मिता को पाने की ललक हर किसी के चेहरे पर देखी जा सकती थी।शायद अक्टूबर 1990 में अयोध्या में मंदिर हेतु सांकेतिक कारसेवा की घोषणा की जा चुकी थी।प्रदेश की  सरकार ने इस … Read more

संस्कार नहीं दिए क्या •••• (भाग 2)- अमिता कुचया 

अब रौनक को भी गुस्सा आ गया। वह कहने लगा ” क्यों इतनी देर से बकवास किए जा रही हो। तुम्हें फ्लैट भी चाहिए और  देखने  भी चलना नहीं है ,तो बाद में तुम मुझे दोष मत देना। ऐसा नहीं है या वैसा नहीं है।” फिर सासुमा ने कहा -“बेटा थोड़ी देर से हम सब … Read more

संस्कार नहीं दिए क्या •••• (भाग 1)- अमिता कुचया 

आज रौनक  बड़े ही गुस्से में था।जब देखा पल्लवी का व्यवहार बिल्कुल उसकी मां के प्रति उपेक्षित लग रहा है।वह रात में मां के पास नहीं बैठी , न ही उनकी तबीयत के बारे में पूछा। उसे मायके से लौटे हुए बहुत समय हो गया था।इस तरफ पल्लवी को भी अंदाजा नहीं कि रौनक उसे … Read more

उसमें जरा भी संस्कार नहीं है…(भाग 2)-रश्मि प्रकाश  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : मम्मी अकेली ना पड़ जाए ये सोच कर पृथा ने कार्तिक से कह कर अपनी मामी सास को भी अपने घर बुला लिया (जो उसी शहर में पास में ही रहती थी और उन लोगों को अच्छें से जानती भी थी और हमेशा उनका यहाँ आना जाना लगा रहता था)ताकि … Read more

उसमें जरा भी संस्कार नहीं है…(भाग 1)-रश्मि प्रकाश  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : ‘‘पृथा मुझे दो दिनों के लिए कलकता जाना है….ऑफिस की एक मीटिंग अटेंड करने….सोच रहा था तुम लोगों को भी लेता चलूँ…..तुम्हारे बड़े भाई साहब भी बार बार बुलाते रहते हैं तुम लोगों को ….तो चलो इस बार घूम ही लो।” कार्तिक ने कहा ‘‘ सच्ची!! वाह मैं कभी कलकत्ता … Read more

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