रिश्तों की गांठ – प्रतिमा पाठक :Moral Stories in Hindi

राखी का त्यौहार आने वाला था। बाजार रंग-बिरंगी राखियों से सजे हुए थे, और बहनों की भीड़ हर दुकान पर उमड़ रही थी। मगर इस रौनक से दूर, एक छोटे से गांव की स्नेहा, चुपचाप एक राखी अपने हाथों से बना रही थी। वह हर साल की तरह इस बार भी अपने भाई अतुल को … Read more

ये बंधन सिर्फ़ कच्चे धागों का नहीं है – करुणा मालिक : Moral Stories in Hindi

आप भी ग़ज़ब करती हैं भाभी, अंशी  ने बचपन में राखी बाँधी थी  एक बार नितिन को । ये बंधन सिर्फ़ कच्चे धागों का नहीं है । इससे विश्वास, संकल्प और मान- मर्यादा जुड़ी होती हैं ।  स्नेहा ! अंशी छह साल की थी जब उसके पापा का तबादला हो गया था । उसके बाद … Read more

जाहिल – नीलम शर्मा : Moral Stories in Hindi

जाहिल औरत यह क्या किया? जरा सी सब्जी मेज पर गिरते ही विवेक इतनी जोर से चिल्लाया कि सिमरन का पूरा शरीर कॉंप गया। “जाहिल” ये तमगा तो जब से विवेक से शादी हुई थी 5 साल से सुनते-सुनते इतनी आदी हो चुकी थी कि कभी-कभी तो उसे लगता कि वह सचमुच जाहिल ही है। … Read more

जाहिल – प्रतिमा श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

जाहिल हो तुम प्रीति? तुम्हें किसके सामने कैसे पेश आना चाहिए ये कब समझ में आएगा।माना की तुम्हारे मायके का कोई स्टैंडर्ड नहीं था पर शादी के इतने सालों बाद भी कुछ नहीं सीखा तुमने? प्रकाश को बहुत मज़ा आता था प्रीति को जलील करने में और प्रीति भी अब तक आदी हो गई थी … Read more

ये बंधन सिर्फ कच्चे धागों का नहीं है – रेखा सक्सेना

“माँ, इस बार जब छुट्टी पर आया हूँ, तो सोच रहा हूँ कि रिया की शादी की बात आगे बढ़ाई जाए।” रितेश ने खाने की मेज़ पर बैठते हुए कहा। माँ ने रसोई से मुस्कुराकर जवाब दिया, “बहुत अच्छा सोच रहे हो बेटा, तेरे पापा की जगह तूने हमेशा निभाई है। रिया के लिए अच्छा … Read more

तेरी पत्नी को चढ़ाकर रखा हैं तूने – स्वाती जैंन :  Moral Stories in Hindi

सुधा जी के दो बार ग्लास खटखटाने की आवाज से प्रिया को महसूस हुआ कि शायद मम्मी जी पानी मांग रही हैं !! प्रिया डायनिंग टेबल पर सुधा जी के लिए पानी लेकर पहुंची ही थी कि सुधा जी बोली – पानी लाने में इतना समय लगता हैं क्या ?? मायके से कुछ संस्कार लेकर … Read more

फैसला – सुनीता मुखर्जी “श्रुति” :  Moral Stories in Hindi

अंजलि अपने भाइयों के बीच एकलौती बहन थी, इसलिए बहुत नाजों से पली थी। अंजलि दोनों भाईयों  पर जान निछावर करती थी। क्या मजाल…! कि दोनों भाइयों को  कांटा भी चुभ जाए….. वो जमीन आसमान एक कर देती थी। दोनों भाई भी अंजलि को बहुत प्यार करते थे। माता-पिता तीनों बच्चों का आपसी प्रेम देखकर … Read more

ताली एक हाथ से नही बजती -लक्ष्मी  त्यागी :  Moral Stories in Hindi

शुभा ,आज सुबह -सुबह अपने घर आ गयी ,बिना कोई   दिए, लड़की इस तरह घर में आई है ,तो घरवालों के लिए चिंता का विषय बन जाता है ,जिसमें कि वो एकदम शांत थी ,उसके चेहरे पर कोई ख़ुशी नहीं थी। उसके उदास चेहरे को देख घरवाले अत्यंत परेशान हो गए। आखिर ऐसा क्या हुआ … Read more

ये बंधन सिर्फ कच्चे धागों का नहीं है – सीमा सिंघी :  Moral Stories in Hindi

राज राखी पर तुम और जूही भाभी मेरे घर आ रहे हो ना। मन तो मेरा भी बहुत कर रहा है,क्योंकि जब राखी पर आती हूं तो पापा से भी मिलना हो जाता है, मगर इस बार साहिल को ऑफिस की कुछ ज्यादा ही जिम्मेदारियां मिल गई है। तुम तो जानते हो भाई । साहिल … Read more

जाहिल – परमा दत्त झा :  Moral Stories in Hindi

आज रोहित मिश्र जी परेशान थे कारण अपने दोनों बेटों को खूब पढ़ाया ,लिखाया और विदेश भेजा।दूसरी ओर इसको–राम नरेश मिश्र को कम पढ़ाया,घर के काम में लगायें रखा,वे उसे जाहिल कहते थे। मगर वहीं जाहिल –। आज इनकी बायपास सर्जरी हुई तो वहीं रामू उर्फ जाहिल ने जान बचाई और बायपास का पूरा खर्च … Read more

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