बिटिया का घर बसने दो – दीपा माथुर : Moral Stories in Hindi
पापा जब भी कोई चीज़ लाते, मैं उसे बड़ी एहतियात से अपनी अलमारी में रख देती थी — जैसे कोई अनमोल रत्न। पर जो चीज़ मैं कभी मांगती भी नहीं थी, वो पापा ख़ुद लाते थे — किताबें। छोटी-छोटी नैतिक कहानियाँ, बाल मन को गढ़ने वाली कथाएँ। आज के मोबाइल युग में भले ही सब … Read more