जब तुम मां बनोगी तब पता चलेगा – गीता अस्थाना :

मुकेश और उनकी पत्नी महिमा के शादी होने के सत्रह साल बाद पुत्री का आगमन हुआ। गौरवर्णी नन्ही नन्ही काया को देख दम्पति की खुशी का पारावार न रहा। उस नन्हीं नवागत का नाम रखा हिमांशी। मां पिता का प्यार दुलार और अच्छी परवरिश पाकर हिमांशी दस वर्ष की अवस्था को पार कर गई। अभी … Read more

 बेटी..तुम मायके में ससुराल की निंदा कर अपना ही सम्मान कम कर रही हो – गीतू महाजन :

सुषमा जी की बेटी अवंती की शादी को लगभग 4 महीने हो चुके थे।अवंती की शादी एक बहुत अच्छे घराने में उसी शहर में हुई थी।उसके ससुराल में उसके पति आशीष के अलावा उसके सास ससुर कंचन जी और संदीप जी थे और एक छोटी ननद थी दिया..जो अभी कॉलेज में पढ़ाई कर रही थी।संदीप … Read more

जब तुम मां बनोगी तब पता चलेगा – मधु वशिष्ठ : Moral Stories in Hindi

जब तुम मां बनोगी तब पता चलेगा, घर में तो सबसे ऐसा सुनने की आदत ही डाली हुई थी निधि ने लेकिन अब तो दफ्तर में भी यही हो रहा था। निधि ने अपने सारा काम निपटाने के लिए लंच भी नहीं करा था और जब समय पर वह घर जाने के लिए उठी तभी … Read more

कभी न कभी तो पोल खुलती है – विमला गुगलानी : Moral Stories in Hindi

 बारात आ गई, बारात आ गई”, यह सुनकर मेहमान बारात के स्वागत के लिए होटल के बाहर के गेट की तरफ चल पड़े। वैसे ज्यादा लोग थे भी नहीं। बहुत करीबी 25-30 रिशतेदार या खास दोस्त ही रहे होगें और लड़के वालों की तरफ से तो इतने भी नहीं थे। दस बारह ही थे, बाकी … Read more

मम्मी मुझे यही शर्ट चाहिए – करुणा मालिक : Moral Stories in Hindi

पार्थ , बहुत महँगी है ये तो ….. बिल्कुल ऐसी ही शर्ट लोकल मार्केट से आधे से भी कम रेट में मिल जाएगी । हम अंबाला से ले लेंगे । तू ऐसा कर इसकी फ़ोटो ले ….. शिमला और ऊपर से मॉल रोड , बहुत ही महँगा सामान मिलता है यहाँ पर ….. ठीक है … Read more

वो काली रात – मंजू ओमर : Moral Stories in Hindi

क्यों इतनी उदास बैठी हो बेटा थोड़ा मुस्कुराओ आज तुम्हारी शादी है। चेहरे पर इतनी उदासी ठीक नहीं है ।पर पर मम्मा मेरा अतीत, भूल जा बेटा उस  उस काली   रात को ,कब तक कब तक उसे याद करके  आंख में आंसू लाती रहेगी ।कितना अच्छा जीवनसाथी तुझे रोहन के रूप में  मिला है … Read more

मां बनना कितना मुश्किल है – अर्चना खण्डेलवाल :Moral Stories in Hindi  

मनु खाना नहीं खा रही है तो रहने दो, आप उसके पीछे क्यों पड़ी रहती हो? जब भूख लगेगी खा लेगी, आप लोगों ने तो खाने को बहुत बड़ा मुद्दा बना रखा है, पूनम खीझते हुए बोली जो ऑफिस का काम लैपटॉप पर कर रही थी और मनु के रोने की आवाज से उसे बार-बार … Read more

कुढ़न – सुनीता मुखर्जी “श्रुति” : Moral Stories in Hindi

यह क्या अनु..!! तुम तो अभी आई हो, और आते ही रसोई घर का काम करना शुरू कर दिया…? पहले चाय पानी पियो..! इसके बाद थोड़ा आराम करो। काम तो हमेशा बना ही रहता है, हजारों किलोमीटर का सफर तय करने के बाद थकावट तो लग रही होगी । ससुर जी बोले।  एसी 3 टायर … Read more

काला तवा – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi

     सुनो जी,आज अपने गांव में गाड़िया लुहार आये हैं, उधर से निकलो तो एक तवा उनसे खरीद लाना।    क्यो भागवान, पहले तवे का क्या हुआ,जो नया मंगा रही हो?       असल मे वह छोटा पड़ता है जी।आप चाहते हैं पानी के हाथ की बड़ी करारी रोटी,वही आपका लाडला भी चाहता है।आज आया हुआ है तो कहेगा … Read more

काठ की हांडी बार -बार नहीं चढ़ती – लक्ष्मी त्यागी : Moral Stories in Hindi

 हाय ! उसने एकदम से मुड़कर देखा और वो मुस्कुरा कर आगे बढ़ गयी।   ये आज ही की बात नहीं है ,वो उसी रास्ते पर अक्सर उसे, आते -जाते देखता रहता है। शुरू में तो, उसने नजरअंदाज किया,किन्तु जब उसकी सखियों ने बताया – देख ! वो तुझे देख रहा है,तेरे लिए ही आता है।   … Read more

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