एक पिता का दिल – गीतू महाजन : Moral Stories in Hindi

आज वह दिन आ गया था जिसका सभी माता-पिता को इंतज़ार रहता है..अपनी प्यारी सी नन्ही राजकुमारी को दुल्हन के  रूप में देखने का।भले ही अपने राजकुमारी को विदा करने के लिए उन्हें अपने दिल पर पत्थर क्यों न रखना पड़ता होगा लेकिन इसी दिन के लिए वे कितने ही सपने संजोकर रखते हैं। आज … Read more

मोबाइल है, बच्चों का खिलौना नहीं – श्वेता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

सिद्धि अपने बेटे विवान के साथ छुट्टियों में अपनी बड़ी बहन रिद्धि के यहाँ आने वाली थी। रिद्धि के दोनों बच्चे निवि और रवि उनके आने की खबर सुनकर बहुत एक्साइटेड थे। पिछली बार जब मौसी औऱ विवान आये थे तो उन्होंने बहुत मस्ती की थी, जमकर धमाचौकड़ी मचाई थी। इस बार भी उन्होंने ढेरों … Read more

घर की बड़ी बहु – समिता बड़ियाल : Moral Stories in Hindi

शोभा , अमित की पत्नी बनकर शर्मा परिवार में आई , आते ही उसे पहला नाम मिला "बहु "।शर्मा परिवार में सास (नीना), ससुर (दीपक ), देवर (अंशुल), कुल मिलकर छः सदस्य ही थे। शोभा के आते ही घर की सारी ज़िम्मेदारी उसके ऊपर डाल दी गई। सास नीना का मन होता तो मदद करवा … Read more

बेटी की सीख – लतिका पल्लवी : Moral Stories in Hindi

माँ की खाँसने की आवाज सुनकर प्राची की नींद खुली।आवाज रसोई घर से आ रही थी।उसने घड़ीदेखी 5 बज रहा था।उसने सोचा माँ भी ना अजब करती है कुछ भी कहो पर वह मानेगी नहीं।वह हमेशा अपने मन का ही करेगी।मन ख़राब है तो क्या जरूरत है सुबह उठकर नाश्ता बनाने की।एक दो दिन हम … Read more

साजिश – नीलम शर्मा : Moral Stories in Hindi

माही की रात को बीच में आंँख खुली। उसने देखा मंयक कमरे में नहीं है। इतनी रात को कहां गए होंगे? माही ने पानी का जग उठाया। वह खाली था। वह पानी लेने के लिए रसोई में जाने लगी, उसने देखा सास के कमरे की लाइट जली है। उसे उधर से धीरे-धीरे आपस में बातें … Read more

मां की ममता – अमिता कुचया : Moral Stories in Hindi

आज तीन बजे दिशा खाना खा पाई थी, अब उसका समय ज्यादा अहाना के हिसाब से चल रहा था। जब वो खेले, या सोए तब उसका काम होता था।  वह किचन समेट कर सोने ही गयी थी, तो आज उसे गहरी नींद लग गयी, अहाना उसकी तीन महीने की बेटी है, इधर जब वो उठ … Read more

अंधेरे में खिली मुस्कान – ज्योति आहूजा: Moral Stories in Hindi

धनिया रोज़ की तरह काम पर जाने से  पहले बेटी से कहते हुए, “नूरी चिटकनी लगा ले  बेटा।इतने में बेटी हाथ में एक फूल देते हुए कहती है।”मां! आज तू आराम कर।आज तेरा जन्मदिन है ना।आज बर्तन मैं मांज कर आयूंगी तेरे घरो के। अरे!” आज मेरा जन्मदिन है।हैरान होती धनिया ने कहा। हां मां।आधार … Read more

जब तुम मां बनोगी तब पता चलेगा – रेखा जैन : Moral Stories in Hindi

“मम्मी क्यों इतनी चिंता करती हो? मैंने कहा था न रात को दस बजे तक आ जाऊंगी और फिर मेरे साथ नेहा भी है। मैं अकेली नहीं हूं।” नीलम झल्लाए हुए स्वर में अपनी मां रश्मि से बोली। “लेकिन दस बज गए है बेटा और तुम अभी तक निकली भी नहीं हो!” दूसरी तरफ से … Read more

गुड न्यूज – श्वेता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

पाखी वर्मा परिवार की छोटी बहू| बहुत ही खुश मिजाज और चुलबुली, लेकिन आज पाखी कुछ ज्यादा ही खुश है| सुबह से गुनगुनाए जा रही है| उसे यूँ गुनगुनाते हुए चाय बनाते देख उसकी जेठानी वृंदा ने उसे छेड़ा, “क्या बात है! आज तो लगता है कोई बहुत खुश है| गुड न्यूज़ है क्या?” “हाँ, … Read more

सहारे की आड़ में साजिश – कमलेश राणा  : Moral Stories in Hindi

जानकी तू कितनी सेवा करती है मेरी.. ऐसा लगता है कि उस जन्म के पुण्यों का फल है तू वरना आज के जमाने में तो बिना मतलब के बेटियां भी नहीं पूछतीं.. बड़े अच्छे संस्कार दिए हैं तेरे मां – बाप ने.. भगवान की कृपा से तू दूधों नहाए पूतों फले। जानकी की सास उसे … Read more

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