जो मायके की ना हुई वह ससुराल वालों की क्या होगी – स्वाती जैंन

भाभी , कितनी चालाकी से फंसाया होगा ना आपने मेरे भैया को तभी तो भैया ने पुरे परिवार के खिलाफ जाकर आपसे शादी की हैं , यह मेंहदी , यह लिपस्टिक , यह चेहरे पर इतनी सारी लिपापोती यही सब करके मेरे भाई को अपने वश में कर लिया होगा ना , सिम्मी अपनी नई नवेली भाभी काजल से बोली !!

काजल इस बात को भी सह गई क्योंकि वह जानती थी ससुराल में लव मैरिज करके आई बहू का रास्ता आसान नहीं होगा मगर वह तो बस पंकज का हाथ थामे नई डगर पर चल पड़ी थी !! काजल के मायके वाले हो या पंकज के घरवाले कोई भी इस शादी के लिए तैयार नहीं था , मगर फिर भी

पंकज ने साहस करके काजल से शादी की और उसे अपने घर ले आया !! काजल को देख ससुराल वालों के मुँह फुल गए थे , सास शोभा जी ,जेठानी खुशबु और ननद सिम्मी तो हर बात पर ताने मारती , जेठानी खुशबु जिसकी अपनी सास शोभा जी से बिल्कुल नहीं बनती थी

वह भी काजल के आने के बाद खुद को महारानी समझने लगी थी और बात बात पर यह जताती कि वह घर की बड़ी बहू हैं !! खुशबु मन में यह सोचकर खुश थी कि इतने साल इस घर में उसने काम किया अब काजल पर घर के सब कामों का भार था , अब देखते हैं कैसे निभाएगी यह प्यार वाली बहू !! दूसरी तरफ काजल घर के पुरे परिवार का दिल जीतने की भरसक कोशिश में लगी थी , सुबह जल्दी उठ जाती ,

पुजा- पाठ करके घर के सारे काम कर लेती, चाय बना देती ,सफाई कर लेती, खाना भी बना देती फिर भी ससुराल में सभी का मुँह चढ़ा ही रहता और उपर से तानों की बौछार अलग ही थी !! शोभा जी काजल को रोज कुछ भला- बुरा सुना ही देती और गलती से काजल के मुँह से अगर कुछ निकल गया तो फिर तो शोभा जी इतना गुस्सा हो जाती

कि उसका मुआवजा आखिरकार काजल को भुगतना ही पड़ता !! आज भी काजल ने सुबह उठकर घर का सारा काम फटाफट कर लिया था और काजल अब बस किचन का प्लेटफार्म ही साफ करने वाली थी उतने में शोभा जी रसोई में आई और एक झलक मारके बोली रसोई पुरी बिखरी पड़ी हैं ,

तुम्हें इतनी भी अक्ल नहीं कि जैसे ही दाल बनाओ तुरंत किचन का प्लेटफार्म साफ करो फिर रोटी बनाओ फिर तुरंत प्लेटफार्म साफ करो , सारा काम पहले कर देती हो और अंत में किचन का ओटा साफ करती हो !! काजल धीरे से बोली – मम्मी जी , सारा काम खत्म होने से मतलब हैं भले ही किचन का ओटा पहले साफ करो या अंत में !!

शोभा जी गुस्से से बोली – बहु जबान को लगाम देना सीखो , हमारे जमाने में बहुएँ चुप रहा करती थी , तुम जैसे जबान नहीं चलाती थी , एक तो मेरे बेटे को अपने जाल में फाँस लिया उपर से मुझे सामने जवाब दे रही हो !!

दूसरी तरफ पंकज को कुछ खबर ही नहीं कि उसकी अनुपस्थिति में उसकी पत्नी को उसके घर में कितना कुछ झेलना पड़ रहा हैं क्योंकि शुरू शुरू में काजल भी पंकज को कुछ बताती नहीं थी , काजल को लगता था कि उसने लव मैरिज की हैं तो उसके साथ यह सब होना जायज है, धीरे धीरे वह खुद ही सब ठीक कर लेगी पंकज को क्यूं परेशान करना मगर यह समझना काजल की सबसे बड़ी भूल थी जिसका भुगतान उसे आगे जाकर करना पड़ा !!

शोभा जी किसी भी हालत में काजल को घर से निकालना चाहती थी और उनके इस प्लान में खुशबु और सिम्मी भी शामिल थी !!

एक दिन काजल खाना बनाकर किचन से बाहर गई तो शोभा जी ने किचन में जाकर दाल में लाल मिर्च ज्यादा डाल दी ,फिर जब सभी लोग खाना खाने बैठे तो खाना खाते वक्त शोभा जी गुस्से में चिल्लाकर बोली – इस लड़की को समझाने का कोई फायदा नहीं है , कितनी बार कहा हैं इस लड़की से खाने मे मिर्च कम डाला करो मगर लव मैरिज करके आई लड़की को सिर्फ प्यार में घर से भागने आता हैं घर का काम करना नहीं !! यह सब सुन काजल जहर का घूंट भरकर रह गई और वहां से अपने कमरे में जाकर खुब रोने लगी !! सिम्मी ,खुशबु शोभा जी के सामने देख मुस्कुराने लगी !! थोड़ी देर बाद खुशबु काजल के कमरे में आई और काजल को रोता देख उसे सांत्वना देने की एक्टिंग करने लगी !! जब काजल चुप हो गई तो खुशबु ने उसे अपनी एक कुर्ती देते हुए कहा काजल इसे जरा ॲल्टर कर देना , मुझे शाम को बाहर जाना हैं !! शाम को खुशबु काजल से कुर्ती बाहर हॉल में लाकर सबको दिखाते हुए बोली – यह देखो काजल ने मेरी कुर्ती में कट लगा दिया , इसको मुझसे इतनी जलन हैं !! काजल ने जब यह सुना तो वह भी पीछे पीछे बाहर आकर बोली भाभी , आपने ही जानबूझकर कट लगाया हैं , मैं भला ऐसा क्यों करूंगी मगर खुशबु रोने लगी , उसकी सास शोभा जी भी बोली कि जरूर काजल ने ही ऐसा किया होगा खुशबु तुम सही कह रही हो !!

काजल ने अब सोच लिया कि वह आज पंकज को बता देगी कि यह सब लोग मिलकर उसे कितना परेशान कर रहे हैं !!

  पंकज जैसे ही ऑफिस से आया शोभा जी बोली – बेटा पंकज तूने गलत लड़की से शादी कर ली , तेरी पत्नी तो हर बात पर जवाब देती हैं , अब ससुराल हैं सास – नन्द कुछ कह भी दे तो उसके अच्छे के लिए ही कहते होंगे ना मगर तेरी बीवी को तो बस जबान चलाने आती हैं ,अब तुने तो देखा ही होगा तेरी खुशबु भाभी को भी मैं कितना कुछ कह देती थी मगर तेरी भाभी ने क्या मुझे कभी उल्टा जवाब दिया नहीं ना , चलो मान लिया मै खराब हुं मगर तेरी पत्नी की ना तो जेठानी से बन रही है , ना सिम्मी से, क्या हम सभी खराब हैं ?? उस दिन तो पंकज कुछ नहीं बोला फिर जब अपने कमरे में पहुंचा तो काजल अपने साथ हुई नाइंसाफी बताने लगी !! पंकज के सामने तो शोभाजी , खुशबु और सिम्मी सभी काजल के साथ अच्छा व्यवहार करते मगर उसके जाते ही वे तीनों काजल को परेशान करने लगते , यहां तक कि पंकज भी असंमजस में था क्योंकि काजल उसे जो कुछ भी कहती वैसा माहौल उसे कभी घर में नहीं लगा !! पंकज अपने परिवार और काजल के बीच फंस गया था !!

एक रोज काजल पंकज को जब उसके घरवालो के बारे में बता रही थी पंकज झल्लाकर बोला – थक गया हुं मैं रोज रोज तुम्हारी शिकायतें सुनकर ,प्लीज एडजस्ट करना सीखो , मुझे नहीं पता था कि मैंने इतनी गलत लड़की से शादी कर ली है जो मुझे मेरे ही परिवार से अलग करने पर तुली हैं , यह सुनकर काजल रो पड़ी !!

 अब तो यह हाल था कि पंकज भी काजल को समझने तैयार नहीं था !! पंकज और काजल के झगड़े दिनोदिन बढ़ते जा रहे थे , दोनों में दूरियां बढ़ने लगी इतनी ज्यादा कि अब पंकज पर काजल के आंसुओं का भी कोई फर्क नहीं पड़ता था !! खुशबु और सिम्मी को यह देख बहुत खुशी हो रही थी !! सिम्मी काजल के पास जाकर बोली – देख लिया भाभी , लव मैरिज करके आने का अंजाम , अरे वैसे भी जो लड़की अपने माता-पिता की नहीं हुई वह हमारी क्या होगी ?? मायके की तो आप रही नहीं और अब ससुराल में भी आपका कुछ रहा नहीं अब क्या करोगी ?? सिम्मी के ताने सुन एक बार फिर काजल का दिल छलनी हो गया !!

अब उसने सब कुछ भगवान पर छोड़ दिया और सोचने लगी अगर थोड़े दिन ओर यही सब चलता रहा तो वह पंकज और इस घर को छोड़कर हमेशा हमेशा के लिए चली जाएगी और फिर एक रोज वह चमत्कार हुआ जिसका इंतजार काजल को था !! एक दिन पंकज को बुखार होने की वजह से पंकज जल्दी घर आ गया !! पंकज ने अपने पास वाली एक्स्ट्रा चाबी से दरवाजा खोला , वह अपने कमरे में जाने बढ़ ही रहा था कि उसे अपनी मां के कमरे से मां,बहन और भाभी के हंसने की जोर जोर से आवाजें आई !! शोभा जी खतरनाक अंदाज में कह रही थी बड़ी आई थी मेरे बेटे को मुझसे दूर करने वाली , अब देखो उसे ही दूर कर दिया मैंने अपने बेटे से, सिम्मी बोली मम्मी अब काजल बस थोड़े दिन की मेहमान हैं हमारे घर में , थोड़े दिनो में पंकज भैया और यह घर दोनों छोड़कर चली जाएगी !! खुशबु बोली हां मां सिम्मी सही कह रही है हमने उसे इतना परेशान किया हैं कि वह खुद ही यह घर छोड़कर चली जाएगी और पंकज भैया उसे ही दोषी समझेंगे इसे कहते हैं सांप भी मर जाए और लाठी भी ना टूटे !! यह सब सुन पंकज का खुन खौल गया , वह वहां से दबे पाँव अपने कमरे की तरफ बढ़ गया वहां जाकर देखा तो काजल गुमसुम सी खिड़की के पास बैठी हुई थी ,उसकी आंखें देख लग रहा था जैसे अभी अभी रोई हो !! काजल की यह हालत देख पंकज को अपने आप पर बहुत गुस्सा आ रहा था !! पंकज काजल के सामने नीचे बैठ गया और अपने किए की माफी मांगने लगा फिर उसका हाथ पकड़कर सबके सामने जाकर बोला – बस अब बहुत हो गया काजल का अपमान इस घर में !! जिस घर में मेरी पत्नी की कोई इज्जत नहीं उस घर में मेरे रहने का कोई मतलब नहीं !!

शोभा जी बोली आखिर आ ही गया ना तू भी तेरी पत्नी की बातों में !! पंकज बोला मां मुझे काजल ने कुछ नहीं बोला , आज ऑफिस से जल्दी आने के कारण मैंने आप तीनों की बातें सुन ली खैर देर आए दुरुस्त आए , अभी भी देर नहीं हुई !! पंकज और काजल ने हमेशा के लिए यह घर छोड़ दिया और अपना नया आशियाना बसाया !! पंकज ने काजल को पुरानी यादो से निकाल बहुत सपोर्ट किया और अब काजल ने एक स्कुल में नौकरी ज्वाइन कर ली थी और वह आत्मनिर्भर बन गई थी , पंकज और काजल बहुत खुश थे !! वही दूसरी तरफ सिम्मी की शादी हो चुकी थी ,शोभा जी की तबीयत बहुत खराब रहने लगी थी !! खुशबु शोभा जी को बहुत परेशान करती थी !! ना ठीक से खाना – पीना देती थी , ना उनका इलाज करवाती थी !! खुशबु सिम्मी की हरकतों की वजह से उसे भी मायके आने नहीं देती थी और कहती थी जो माँ- बेटी इस घर के सगे बेटे के नहीं हुए वह मेरे क्या होंगे ??

दोनों मां – बेटी बस फोन पर बातें कर लेती थी !! शोभा जी ने बहुत बार पंकज और काजल को बुलाने फोन किया पर वे दोनो नहीं आए !! अब शोभा जी को काजल की अहमियत समझ में आ रही थी वे सिम्मी से कहती- छोटी बहू बहुत अच्छी थी सिम्मी ,काश हमने उसे इतना सताया ना होता तो आज वह हमारे साथ होती !! अब तो मैं उसे बुलाते बुलाते मर भी जाऊं फिर भी वह नहीं आएगी , हमने उसे इतना जलील किया , उसके माँ पिता को भी नहीं छोड़ा , अब पछतावे के सिवा कुछ नहीं बचा हैं !!

दोस्तों बुरा करने वालो का बुरा वक्त जरूर आता हैं आपकी इस कहानी को लेकर क्या राय है ?? कमेंट जरूर करिएगा !!

आपकी सहेली 

स्वाती जैंन

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