सुखमय जीवन – कंचन श्रीवास्तव आरज़ू : Moral Stories in Hindi
——————– खाना परोस कर टाठी पति की ओर सरकाती हुई बेना हांकते हुए बोली सुनिये ना अब तो बिट्टू की नौकरी भी लग गई तो अब बिआह करे में काहे की देर ।अरे देख लो कोई सुघड़ लड़की और उसके हाथ पीले कर दो। आखिर कब तक अपने से रोटी बनाई खाई। अधिकतर तो होटले … Read more