फूल चुभे कांटे बन – भाग 17 अंतिम भाग – डॉ कंचन शुक्ला : Moral Stories in Hindi
मधु जब बाहर आई तो उसकी आंखें लाल थीं जैसे वह बहुत रोई हो मधु का मुरझाया चेहरा देखकर दुलारी अम्मा ने कहा “आज फिर तुम अपनी पुरानी बात याद करन लगी हो अब पिछली बात का याद करके का फ़ायदा होगा बिटिया सब भुल जाओ हमै देख लो कलेजे में कितनी पीर लिए बैठे … Read more