बादल छँट गए – करुणा मलिक : Moral Stories in Hindi

मम्मी !  आज  फिर परम की मम्मी  की पाँच- सात रिश्तेदार आकर  बैठ गई और मेरी पूरी दोपहर ख़राब कर दी । सोचा था कि लंच के बाद आराम से सोऊँगी पर मेरा ऐसा नसीब कहाँ?  ऐसी कौन  सी  रिश्तेदारी की औरतें आ  गई थी आज ? हद हो गई भई , शादी के दो … Read more

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