माई लकी-चार्म – विभा गुप्ता : Moral Stories in Hindi
” आ रहा हूँ…।” लगातार काॅलबेल बजते देख आकाश दरवाज़े की ओर जाते हुए ज़ोर-से बोला।उसने लैपटाॅप का बैग अपने कंधे पर डाला और दरवाज़ा खोला तो सामने मनोहर काका के साथ लाल साड़ी पहने, माँग में सिंदूर- माथे पर बड़ी बिंदी लगाये बाईस वर्षीय युवती को देखकर वो चकित रह गया। ” तुम…काका, आप … Read more