तुम कभी बडी भाभी जैसी खुबसुरत नहीं दिख सकती !! – स्वाती जैंन : Moral Stories in Hindi

वाणी सुबह सोकर उठी तो देखा उसके बगल में से आकाश उठकर जा चुका था !! वाणी उठकर नहा धोकर तैयार हुई और फिर रसोई में पहुंची तो उसकी जेठानी चेतना आश्चर्यचकित होकर बोली – वाणी , कल शादी की पहली रात थी तुम्हारी , इतना जल्दी क्यों उठ गई ?? वैसे भी शादी की … Read more

मैं देवर जी की शादी अपनी बहन से करवा कर रहूंगी !! – स्वाती जैन : Moral Stories in Hindi

राही आज बहुत खुश थी , आखिरकार वह पल आ ही गया था जिसका उसे कब से इंतजार था , वह तो कब से चाहती थी कि उसकी सगी बहन राशि ही उसकी सगी देवरानी भी बन जाए मगर ससुराल में सास ससुर के सामने अपने मन की बात लाने में उसे समय लग गया … Read more

 अब तू हमारा बेटा कम इसका पति ज्यादा हैं !! – स्वाती जैंन: Moral Stories in Hindi

क्या पता , डॉक्टर ने सचमुच बेडरेस्ट कहा भी हैं या सागर और सुहानी मुझसे झुठ बोल रहे हैं ?? आजकल की बहुएं प्रेंग्नेंट क्या होती हैं बेचारी सासो को ही कामवाली बना देती हैं , अब मुझे ही देख लो तीन दिन से महारानी तो बेड़ पर मजे से आराम कर रही हैं और … Read more

 कथनी और करनी में फर्क होता हैं !! – स्वाती जैंन : Moral Stories in Hindi

दीया लेकर ढूंढते पुरे जहान में तो भी अतिशय जैसा लड़का नहीं मिलता मेरी लाडो के लिए , धन्य भाग्य हमारे जो हमें अतिशय जैसा दामाद मिला , क्या कहते हो शालू के पापा एक ही सास में बोल पड़ी राधा जी !! राधा जी के पति गोविंद जी बोले – मैं तो पहले ही … Read more

 सम्मान की सूखी रोटी :  स्वाती जैन : Moral Stories in Hindi

सड़क के किनारे एक टीन, जिसके नीचे वहीं एक बुजुर्ग व्यक्ति जिनकी आंखें नहीं थी, वो अपनी छड़ी के सहारे कोने में एक थैले को बगल में दबाए हुए खड़े ठिठुर रहे थे, क्योंकि पानी भरे होने के कारण बैठने की भी जगह नहीं बची थी। बरसात की तरह आज उनकी आंख का पानी भी … Read more

 यह अमीर ससुराल वाले बहू की बारी आते ही गरीब क्यूं हो जाते हैं ?? – स्वाति जैन : Moral Stories in Hindi

नायरा , आओ हमारे साथ डांस करो , आखिर हमारे चाचा के लड़के रोहन की शादी हैं , रोहन और चाचा – चाची ने हमें घर की सगी बेटियों जैसा प्यार दिया हैं ,तुम तो हम सभी बहनों में सबसे अच्छा डांस करती हो मगर जब से शादी में आई हुं तब से देख रही … Read more

खुशियां कभी पैसो से नहीं खरीदी जा सकती !! – स्वाती जैंन : Moral Stories in Hindi

शीनम , तुमने मुझे बताया क्यूं नहीं कि पापा ने फोन किया था तुमको कल , वहां मम्मी की तबीयत इतनी खराब हैं और तुमने मुझे बताना भी जरूरी नहीं समझा गुस्से में बोला रोहित !! रोहित , पहली बात तो यह कि वह तुम्हारी मम्मी हैं और आए दिन उनकी तबीयत खराब होती रहती … Read more

पापा आपको शर्म नहीं आई , इस उम्र में यह सब करते हुए !! – स्वाती जैंन  : Moral Stories in Hindi

घनश्याम जी रात भर सोए नहीं थे , उन्हें कुछ भी अच्छा नहीं लग रहा था , रात भर बुखार होने के कारण अब तो शरीर साथ भी नहीं दे रहा था फिर भी वे जैसे – तैसे उठे और अपने लिए चाय बनाई ताकि चाय के साथ कुछ खाकर दवाई ले पाए !! चाय … Read more

नफरत की दीवार !! – स्वाती जैंन : Moral Stories in Hindi

बस अंशुमन, बहुत हो गया तुम्हारा , कितने समय से मैं कुछ बोल नहीं रहा हुं इसका मतलब यह नहीं हैं कि मैं पागल हुं , मुझे भी सब समझ में आता हैं मगर इतने महिनों से चुप इसलिए हुं कि रिश्ते खराब नहीं करना चाहता था मगर अब तुमने और तुम्हारी पत्नी ने बोलने … Read more

अब पछताए क्या होत जब चिड़िया चुग गई खेत – स्वाती जैन : Moral Stories in Hindi

अरे सुहानी , आज स्कूल से आने में इतनी देर कैसे हो गई ?? राजू आज तो जिद पर ही अड़ गया था कह रहा था मम्मी जब तक नहीं आएगी तब तक खाना नहीं खाऊंगा , ना कपड़े बदलने तैयार था और ना खाना खाने ! बड़ी मुश्किल से मैंने और नैना से समझा … Read more

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