आप अपने बेटे के साथ क्यों नही रहते – रीतू गुप्ता : Moral Stories in Hindi

रंजन जी के एकलौते बेटे अभय की आज रिसेप्शन पार्टी चल रही थी।  सब खूब मस्ती कर रहे थे। नाच-गाना चल रहा था। रिश्तेदार दूल्हा-दुल्हन को उपहार और आशीर्वाद देकर फोटो करवा रहे थे। जैसे ही रंजन जी ने अपने बेटे-बहु को शादी के तोहफे में नए फ्लैट की चाबी दी .. और बोले बेटा….. … Read more

शिक्षक – ऋतु गुप्ता खुर्जा  : Moral Stories in Hindi

शहर का फुलवारी नाम का बड़ा सा हॉल आज तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा जब एक बड़ी आईटी कंपनी के मालिक देव ने नामी यूनिवर्सिटी के रिटायर्ड शिक्षक मित्तल सर द्वारा सम्मान प्राप्त किया।मित्तल सर ने जब देव को पहचानने की कोशिश की तो देव ने पुरानी यादों से उन्हें रूबरू कराया। उसने बताया … Read more

अपनो की पहचान – रीतू गुप्ता : Moral stories in hindi

चारो ओर शोर मच रहा था   आवाजें आ रहीं थी …  बहुत भयंकर .. एक्सीडेंट हुआ है…  अरे ये तो वरुण फेमस यू-ट्यूबर है..  कोई हॉस्पिटल लेके जाओ … कोई एम्बुलेंस बुलाओ… मिली-जुली आवाजें… .अरे नहीं बेकार में हम फंस जायेगे यार… पड़ा रहने दे… तु तो फैन है उसका… फैन हुं तो क्या.. पुलिस … Read more

आंखे नीची होना – रीतू गुप्ता : Short Story in Hindi

देखिए ना, जब से गणेश विसर्जन करके आए है, विनायक तब से रो रहा है, चुप ही नहीं हो रहा-  रिंकी ने अपने पति अंशुमन से कहा । अंशुमन .. अरे! उसे बप्पा के साथ अटैचमेंट हो गया होगा,आज विसर्जन हुआ है ना इसीलिए रो रहा है। एक दो दिन में भूल जाएगा तुम चिंता … Read more

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