साथ – नीरज श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

कभी-कभी न चाहते हुए भी हम उस पल के साक्षी बन जाते हैं। जिसकी कल्पना हमने गलती से भी ना की हो। आज ऐसे ही पल के साक्षी नीरज और सुषमा बन चुके थे।           दर्द और वेदना की तूफानी लहरों ने आज सुषमा की आँखों में एक भयावह शैलाब को जन्म दे दिया था। रात्रि … Read more

टूटती साँसे – नीरज श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

बूढ़े कदम मंजिल को ओर बढ़ रहे थे। दोनों हाथों से साइकिल की हैंडिल संभाले सुदेश मन ही मन कुछ सोच रहा था। साइकिल पर हर प्रकार के खिलौने लदे हुए थे। देखते ही देखते सुदेश अचानक एक चौराहे पर रुक गया और एक तरफ खिलौनों को नीचे उतारने लगा। शायद उसकी मंजिल आ चुकी … Read more

सीख – नीरज श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

“झूठे दिखावे से जिंदगी नहीं चलती। सूझबूझ और संघर्ष का नाम जिंदगी है। जो जीवन में इतिहास रचते हैं वह लोगों की परवाह नहीं किया करते। वह तो बस अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते हैं।…….”          नीरज ने अभी इतना ही कहा था कि रोहित वहाँ से नाराज हो उससे दूर चला गया। नीरज ने … Read more

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